उत्तर प्रदेश : मुख्यमंत्री योगी ने विशेष प्रकार से दी भारतरत्न स्वर्गीय लता मंगेशकर को श्रद्धांजलि, अयोध्या में किया लता चौक का लोकार्पण

उत्तर प्रदेश : मुख्यमंत्री योगी ने विशेष प्रकार से दी भारतरत्न स्वर्गीय लता मंगेशकर को श्रद्धांजलि, अयोध्या में किया लता चौक का लोकार्पण

प्रधानमंत्री ने भी जताई खुशी, डिजिटली रहे उपस्थित, लता दीदी को यादकर भावुक हुए मोदी

आज भारतरत्न स्वर कोकिला स्वर्गीय लता मंगेशकर की 93वीं जंयती है। इस खास अवसर को और विशेष बनाने हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पर अयोध्या में लता चौक का लोकार्पण किया।

उद्घाटन में ये लोग रहे मौजूद


आपको बता दें कि दुनियाभर में अपने स्वर और गीतों से अद्वितीय स्थान पाने वाली लता मंगेशकर इसी साल 6 फरवरी को दुनिया को अलविदा कह चुकी हैं। ऐसे में आज उनकी जन्म जयंती के खास मौके पर चौक के लोकार्पण का काम हुआ, जिसमें केन्द्रीय पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी सहित कई मंत्री व नेता मौजूद रहे। लोकार्पण समारोह में लता मंगेशकर के भतीजे और बहू भी विशेष रूप से मौजूद रहे। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का वीडियो संदेश भी प्रसारित किया गया। ये नया लता मंगेशकर चौक रामनगरी के नया घाट बंधा चौराहा को बनाया गया है।

प्रधानमंत्री ने किया लता मंगेशकर को याद, हुए भावुक


पीएम मोदी ने लता मंगरेशकर के बहाने भगवान राम को याद किया। पीएम मोदी ने कहा कि ऐसा बहुत कुछ है जो मुझे याद है। अनगिनत बातचीत जिसमें उन्होंने इतना स्नेह बरसाया। साथ ही उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है कि आज अयोध्या में एक चौक का नाम उनके नाम पर रखा जा रहा है। यह महानतम भारतीय प्रतीकों में से एक को एक उचित श्रद्धांजलि में से एक है। पीएम मोदी ने अपने संदेश ने कहा, मैं इस अभिनव प्रयास के लिए योगी जी की सरकार का, अयोध्या विकास प्राधिकरण का और अयोध्या की जनता का हृदय से अभिनंदन करता हूं। लता जी, मां सरस्वती की एक ऐसी ही साधिका थीं, जिन्होंने पूरे विश्व को अपने दिव्य स्वरों से अभिभूत कर दिया। अयोध्या में लता मंगेशकर चौक पर स्थापित की गई मां सरस्वती की विशाल वीणा संगीत की साधना का प्रतीक बनेगी। लता दीदी के साथ जुड़ी मेरी कितनी ही यादें हैं, कितनी ही भावुक और स्नेहिल स्मृतियां हैं। जब भी मेरी उनसे बात होती, उनकी वाणी की युग-परिचित मिठास हर बार मुझे मंत्र-मुग्ध कर देती थी। दीदी अक्सर मुझसे कहती थी कि मनुष्य उम्र से नहीं, कर्म से बड़ा होता है।


गायिका से हुई बातचीत को याद करते हुए प्रधानमंत्री बोले, "जब अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए भूमिपूजन संपन्न हुआ था, तो मेरे पास लता दीदी का फोन आया था। वो बहुत खुश थीं, आनंद में थी। उन्हें विश्वास नहीं हो रहा था कि आखिरकार राम मंदिर का निर्माण शुरू हो रहा है। आज मुझे लता दीदी का गाया वो भजन भी याद आ रहा है, 'मन की अयोध्या तब तक सूनी, जब तक राम ना आए'। अयोध्या के भव्य मंदिर में श्रीराम आने वाले हैं और उससे पहले करोड़ों लोगों में राम नाम की प्राण प्रतिष्ठा करने वाली लता दीदी का नाम अयोध्या शहर के साथ हमेशा के लिए स्थापित हो गया है। प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि लता दीदी के नाम पर बना ये चौक, हमारे देश में कला जगत से जुड़े लोगों के लिए भी प्रेरणा स्थली की तरह कार्य करेगा। ये बताएगा कि भारत की जड़ों से जुड़े रहकर, आधुनिकता की ओर बढ़ते हुए, भारत की कला और संस्कृति को विश्व के कोने-कोने तक पहुंचाना, ये भी हमारा कर्तव्य है।