जानें किसने कहा, 'मायावती और ओवैसी को ‘पद्म विभूषण’ और ‘भारत रत्न’ देना पड़ेगा!'

जानें किसने कहा, 'मायावती और ओवैसी को ‘पद्म विभूषण’ और ‘भारत रत्न’ देना पड़ेगा!'

शिवसेना नेता संजय राउत विधानसभा चुनाव के नतीजों पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे थे

अपने तेज तर्रार बयानों के लिए जाने जाने वाले शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने पांच विधानसभा चुनावों के नतीजे आने के बाद अपनी प्रतिक्रिया दी है। मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि बीजेपी को बड़ी जीत मिली है, यूपी उनका राज्य था फिर भी अखिलेश यादव की सीटें बढ़ गई है। बीजेपी की जीत में मायावती और ओवैसी का योगदान है। इन सब को पद्म विभूषण और भारत रत्न देना पड़ेगा। हम लोग खुश हैं, हार-जीत होती रहती है। आपकी खुशी में हम भी शामिल है। संजय राउत ने पंजाब के चुनावी नतीजों को नजर रखते हुए भाजपा पर सवालिया निशान भी लगाए। उन्होंने कहा कि पंजाब में बीजेपी एक राष्ट्रीय पार्टी है, उसे जनता ने पूरी तरह से नकार दिया। भाजपा के आला नेता वहां जमकर प्रचार करने गए थे लेकिन फिर भी उनकी हालत वहां खस्ता रही।
संजय राउत, शिवसेना नेता (File Photo : IANS)
बता दें कि 5 विधानसभा चुनावों में विशेष रूप से उत्तर प्रदेश में भाजपा ने फिर से सत्ता हासिल करके इतिहास रच डाला है। भाजपा गठबंधन ने इस चुनाव में 273 सीटें हासिल की हैं जबकि समाजवादी पार्टी दूसरे नंबर पर 125 सीटों के साथ ठहरी हुई है। इस चुनाव में मायावती की बहुजन समाज पार्टी को सिर्फ एक सीट मिली है और कांग्रेस पार्टी को 2 सीटें मिली है। ओवैसी की पार्टी को उत्तर प्रदेश में कोई सीट नहीं मिली। औवेसी की एआईएमआईएम के 100 में ये 99 उम्मीदवारों की जमानत जब्त हुई है। हालांकि पिछले चुनाव की तुलना में औवेसी का मत प्रतिशत कुछ बढ़ा है। पहले जहां 0.2 प्रतिशत मत मिले थे, वहीं इस बार 0.4 प्रतिशत मत मिले। यहां संजय राउत का यह राजनीतिक आकलन कितना सटीक है यह तो पता नहीं क्योंकि जिस हिसाब से इन दोनों पार्टियों का प्रदर्शन रहा है, नहीं लगता कि इनके कारण भाजपा के प्रदर्शन में कोई सकारात्मक फर्क पड़ा हो।
मायावती, बसपा सुप्रीमो (Photo : IANS)
बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी चुनाव नतीजों के बाद अपनी प्रतिक्रिया में कहा है कि मुस्लिम समाज बसपा के साथ तो लगा रहा परंतु इनका वोट समाजवादी पार्टी की तरफ शिफ्ट कर गया। इससे बसपा को भारी नुकसान हुआ है। मुस्लिम समाज ने बार बार आजमाई पार्टी बसपा से ज्यादा सपा पर भरोसा करने की बड़ी भारी भूल की है। उन्होंने कहा है कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में बसपा की उम्मीद के विपरीत जो नतीजे आए हैं उसके निराश होकर पार्टी के लोगों को टूटना नहीं है। उसके सही कारणों को समझकर और सबक सीख कर हमें अपनी पार्टी को आगे बढ़ाना है और आगे चलकर सत्ता में जरूर आना है।
खैर, राजनेता कुछ भी बयान बाजी करें वास्तविकता यह है कि हालिया विधानसभा चुनावों में यदि कोई पार्टी सबसे सशक्त बनकर उभरी है तो वह भारतीय जनता पार्टी ही है। इन नतीजों से उत्साहित होकर अब भारतीय जनता पार्टी ने अपना सारा ध्यान गुजरात के आगामी चुनावों पर लगा दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनावी जीत के दूसरे ही दिन अहमदाबाद में भव्य रोड शो भी कर लिया है।