मूंछो को लेकर मचा बवाल, कहीं किसी की गई नौकरी तो किसी को मिला सम्मान

मूंछो को लेकर मचा बवाल, कहीं किसी की गई नौकरी तो किसी को मिला सम्मान

भोपाल के राकेश राणा को अभिनंदन जैसी मुछों के कारण किया गया निलंबित

आपने अमिताभ बच्चन के एक सुपरहिट फ्लिम का सदाबहार डायलॉग तो सुना ही होगा कि “मूंछे हो तो नथ्थुलाल जैसी, वरना ना हो!” हमारे देश मूंछ का अलग ही मान है। इसका सीधा संबंध व्यक्ति के इज्जत के साथ जोड़ा जाता है। आपने कुछ साल पहले पाकिस्तान पहुंचे भारतीय वायुसेना के जांबाज ग्रुप कैप्टन अभिनंदन को देखा होगा। भारतीय वायुसेना के जांबाज ग्रुप कैप्टन अभिनंदन अपनी बहादुरी के अलावा अपनी मूंछों के लिए भी बहुत लोकप्रिय हुए थे। अब भोपाल से एक अजीबोगरीब मामला आया है। यहाँ पुलिस कांस्टेबल राकेश राणा को लंबी मूंछों के कारण नौकरी से निलंबित कर दिया गया है। राकेश राणा की मूंछें भारतीय वायुसेना के जांबाज ग्रुप कैप्टन अभिनंदन की मौजूदा मूंछों जैसी ही हैं। उनके साथियों ने भी उन्हें बधाई दी। लेकिन राकेश की मूछें अफसरों को रास नहीं आई और उन्हें सस्पेंड कर दिया गया। इस बारे में खुद राकेश ने कहा “मैं राजपूत हूं। मेरे पास पास नौकरी हो यान हो, मैं अपनी मूंछें नहीं मुंडवाने वाला। सर, पुलिस की नौकरी में मूछें अच्छी लगती हैं। लगता है ये कोई पुलिस वाला है।”
जानकारी के अनुसार दो दिन पूर्व सस्पेंड किए गए कांस्टेबल राकेश राणा एमपी पूल भोपाल सहकारी धोखाधड़ी के साथ-साथ लोक सेवा गारंटी के विशेष पुलिस निदेशक के चालक के रूप में तैनात थे। निलंबन आदेश की घोषणा आईजी प्रशांत शर्मा ने दिया है। इस आदेश में कहा गया है कि राकेश राणा के टर्नआउट की जांच के दौरान देखा गया कि उसके बाल बढ़ गए हैं। मूंछें भी अजीब आकार में हैं। इससे टर्नआउट अच्छा नहीं लगता। राकेश को निर्देश दिया गया था कि वह अपने बालों और मूंछों को अच्छी तरह से काट लें ताकि टर्नआउट उचित रहे। राकेश ने आदेश का पालन नहीं किया। यह वर्दी की सेवा में अनुशासनहीनता की श्रेणी में आता है। इसलिए उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है।
हालांकि ये अपने आप में कोई पहला मामला नहीं है कि कोई क्यक्ति अपने मूंछो के कारण चर्चा में आये हो। ऐसा ही एक वाकया उत्तर प्रदेश के मेरठ में हुआ जहाँ कांस्टेबल आकाश की भी मूंछ अभिनंदन जैसी थी। एसएसपी प्रभाकर चौधरी को कांस्टेबल आकाश की मूंछें इतनी पसंद आईं कि उन्हें एक हजार रुपये नकद पुरस्कार और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।