महाराष्ट्र में छात्र को दे दी गई गलत वैक्सीन, पिता ने की कड़ी कार्यवाही करने की मांग

देश भर में आज से 15 से 18 साल के बीच वाले किशोरों का टीकाकरण शुरू किया गया है। इस बीच महाराष्ट्र के येवला तहसील से लापरवाही का एक मामला सामने आया है। यहाँ एक छात्र को कोवैक्सीन के स्थान पर कोविशील्ड का डोज़ दे दिया गया था। घटना के चलते बालक के अभिभावक काफी नाराज हो गए है। नासिक जिले के 6 स्थलों और 39 टीकाकरण केंद्रो पर किशोरवय के लड़कों और लड़कियों को टीका दिया जा रहा है। इन 39 टीकाकरण केंद्रो में गंभीर लापरवाही सामने आई है। 
पिछले ढाई साल से स्कूल और कॉलेजों के बंद होने के कारण कुछ ही समय पहले उसे फिर से शुरू किया गया था। हालांकि कोरोना और ओमिक्रोन के केस काफी तेजी से बढ़ते जा रहे है। ऐसे में प्रधानमंत्री मोदी की कोरोना के संक्रमण को नियंत्रण में रखने के लिए 15 से 18 की वयजूथ के किशोरों का एंटी-कोरोनावायरस टीकाकरण शुरू किया गया है। सरकार द्वारा स्पष्ट सूचनाएँ दी गई थी की इस वयजूथ के सभी किशोरों को कोवेक्सिन दिया जाएगा।
हालांकि येवला तहसील के पटोडा प्राथमिक आरोग्य केंद्र में अथर्व पवार नाम के 16 साल के छात्र को कोवेक्सिन के स्थान पर कोविशील्ड का डोज़ दे दिया गया था। इस लापरवाही के कारण छात्र क माता-पिता काफी क्रोधित है। छात्र के पिता वसंत पवार ने इस लापरवाही के कारण दोषित कर्मचारी के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग की है। वहीं दूसरी और आरोग्य अधिकारी हर्षल नेहते ने आरोग्य केंद्र में आयोजित आरोग्य कर्मचारी की भूल होने की बात को स्वीकार किया था। हालांकि इस बारे में कर्मचारी के खिलाफ क्या कदम उठाए जाएंगे इस बारे में अभी तक सभी ने मौन रखा है।