5 सालों में 5000 से अधिक महिलाओं की करवाई डिलिवरी, पर खुद की डिलिवरी के दौरान मृत्यु को प्राप्त हुई नर्स
By Loktej
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पिछले पाँच सालों से कर रही थी मेटरनिटी वोर्ड में काम, संतान के जन्म के बाद नहीं रुक रहा था रक्तस्त्राव
महाराष्ट्र के हिंगोली में एक करुण घटना सामने आई है। हिंगोली में सरकारी अस्पताल में नर्स का काम करने वाली एक महिला जिसने पिछले 5 सालों में तकरीबन 5000 से अधिक महिलाओं की डिलिवरी करवाई थी। हालांकि जब बात खुद के बच्चे को जन्म देने की तो 38 वर्षीय महिला उसमें सफल ना हो सकी और बच्चे को जन्म देते समय ही मृत्यु को प्राप्त हुई।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, 38 वर्षीय ज्योति गवली पिछले 5 सालों से महाराष्ट्र के हिंगोली के मेटरनिटी वोर्ड में काम कर रही थी। हिंगोली अस्पताल में काम करते हुये ज्योति ने लगभग 5000 बच्चों को जन्म दिलवाने में सहायता की थी। महिला की डिलिवरी नॉर्मल हो या सिजेरियन उसमें हमेशा नर्स की भूमिका काफी महत्वपूर्ण होती है। ज्योति ने अपनी वह ज़िम्मेदारी काफी अच्छी तरह निभाई थी। ज्योति किसी भी महिला के साथ काफी आसानी से घुल-मिल जाती थी। जिसके कारण डिलिवरी करवाने में भी काफी आसानी होती थी।
ज्योति को 2 नवंबर को महाराष्ट्र के हिंगोली के उसी सरकारी अस्पताल में डिलीवरी के लिए भर्ती कराया गया था। सीज़र से उसने एक बेटे को जन्म दिया जो पूरी तरह से स्वस्थ था। लेकिन फिर ज्योति की तबीयत में गिरावट आने लगी। प्रसव के बाद भी रक्तस्राव नहीं रुकने पर उन्हें दूसरे सरकारी अस्पताल ले जाया गया। वहां जाने के बाद भी उनके शरीर में ज्यादा सुधार नहीं हुआ। ज्योति को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। नतीजतन, उसे आगे के इलाज के लिए औरंगाबाद ले जाने का फैसला किया गया। लेकिन ज्योति की हालत नाजुक बनी हुई थी और उसे वहां के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. वहां इलाज से ज्योति के शरीर में थोड़ा सुधार दिखा।
लेकिन रविवार की सुबह उन्हें फिर से सांस लेने में तकलीफ होने लगी और जल्द ही ज्योति की मौत हो गई। ज्योति गवली नाम की उस 38 वर्षीय महिला नर्स का भाग्य निस्संदेह एक दुखद घटना है। हमेशा दूसरों के बच्चे को सबसे पहले गोद में लेने वाली ज्योति खुद अपनी ही संतान को अपनी गोद में नहीं ले पाई थी।
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