गृह मंत्री श्री @AmitShah ने श्रीनगर की जनसभा में मंच पर पहुँचते ही सबसे पहले bullet proof शीशा हटवाया।
— BJP Rajasthan (@BJP4Rajasthan) October 25, 2021
ये कश्मीर की जनता में उनके विश्वास और कश्मीर के हालात बदलने के लिए मोदी सरकार के संकल्प को दर्शाता है। pic.twitter.com/K3eTZ7otIR
आपके सामने दोस्ती का हाथ बढ़ाने आया हूँ :अमित शाह, जम्मू-कश्मीर में किया जनसभा को संबोधित
By Loktej
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कश्मीर के लोगों को अब डरने की जरूरत नहीं है। कश्मीर पीएम मोदी के दिल में बसता है, इसलिए यहां विकास को बाधित करने वालों को सफलता नहीं मिलेगी : अमित शाह
सोमवार को जम्मू-कश्मीर के तीन दिवसीय दौरे पर आए गृह मंत्री अमित शाह ने श्रीनगर में एक जनसभा को संबोधित किया। अपने भाषण के दौरान जब वो मंच पर थे तब सामान्य रूप से सुरक्षा के लिए उपयोग में ली जाने वाली बुलेट प्रूफ कांच नदारद थी। दरअसल अमित शाह ने कश्मीर के लोगों के प्रति भरोसा दिखाने के लिए मंच से बुलेट प्रूफ ग्लास शील्ड हटवा दी। अपने भाषण के दौरान उन्होंने कहा कि आप सभी को अपने मन से भय और भय को दूर करना चाहिए। कश्मीर की शांति और विकास की यात्रा अब बाधित नहीं हो सकती। अपने भाषण के दौरान विपक्ष पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा, "मुझ पर ताना मारा गया, मेरी बदनामी हुई। मैं आज आपसे खुलकर बात करना चाहता हूं, इसलिए यहां कोई बुलेट प्रूफ या सुरक्षा नहीं है।
आपको बता दें कि तीन दिवसीय जम्मू-कश्मीर दौरे के आखिरी दिन अमित शाह ने श्रीनगर में विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। उन्होंने यहां एक जनसभा को भी संबोधित किया। उन्होंने कहा कि घाटी के युवाओं को गुमराह किया जा रहा है। उनके हाथों में हथियार और पत्थर हैं। उन्होंने युवाओं को संदेश दिया कि उन्हें सही रास्ते पर चलने की जरूरत है, इससे जम्मू-कश्मीर में विकास की लहर दौड़ेगी।
अमित शाह ने कहा, 'आज मैं कश्मीर के युवाओं से अपील करने आया हूं कि जो आपके हाथों में पत्थर लिए हुए हैं, उनका भला करें। हथियार रखने वालों ने तुम्हारा क्या भला किया? पीओके पास है, पूछो गांव में बिजली है, अस्पताल है, मेडिकल कॉलेज बन रहा है? क्या गांव में पीने का पानी है? क्या महिलाओं के लिए शौचालय हैं? वहां कुछ नहीं हुआ और ये लोग पाकिस्तान की बात कर रहे हैं।
जन रैली को संबोधित करने के दौरान 5 अगस्त को इंटरनेट बंद होने को लेकर अमित शाह ने कहा कि अगर इंटरनेट बंद नहीं होता तो कुछ लोगों ने युवाओं को भड़काया होता और कई लोगों की जान चली जाती। इस बारे में अमित शाह ने कहा, आर्टिकल 370 के बाद हमने इंटरनेट बंद किया था। घाटी में कर्फ्यू लगाया गया था। विपक्ष का आरोप था कि हमने ऐसा क्यों किया? शाह ने बताया कि अगर हम घाटी में इंटरनेट को बंद ना करते, कर्फ्यू ना लगाते, तो युवाओं को भड़का कर जो स्थिति बनती, उसमें कौन मरता, युवा मरते। हम नहीं चाहते थे कि किसी युवा पर गोली चलानी पड़े। उन्होंने कहा कि कश्मीर के लोगों को अब डरने की जरूरत नहीं है। कश्मीर पीएम मोदी के दिल में बसता है, इसलिए यहां विकास को बाधित करने वालों को सफलता नहीं मिलेगी।