क्या गंगा नदी में भी फैला है कोरोना वायरस, जानें वैज्ञानिकों ने क्या कहा
By Loktej
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यूपी और बिहार के विभिन्न स्थानों से गंगा नदी के लिए गए सैंपल, नहीं मिले कोई भी अंश
कोरोना की दूसरी लहर के दौरान भारत भर में काफी तबाही मची थी। दूसरी लहर के दौरान दो लाख से भी अधिक लोगों की मौत हुई थी। दूसरी लहर के दौरान जब महामारी अपनी चरम पर थी सभी श्मशान और कब्रिस्तान भी पूरी तरह से भर चुके थे। इसी कारण से बड़ी संख्या में लोगों ने अपने परिजनों की लाशों को गंगा नदी में फेंक दिया था। जिसमें लोगों ने आशंका व्यक्त की थी इसमें से कई लाशें कोरोना के कारण मृत्यु को प्राप्त हुये लोगों की हो सकती है।
कई लोगों ने दावा किया कि इस तरह से नदी में लाशों के फेंके होने के कारण गंगा के पानी में कोरोना का संक्रमण फ़ेल चुका है। हालांकि इसके बाद हुये एक रिसर्च में सामने आया कि गंगा के पानी में कोरोना के कोई अंश नहीं थे। सरकार द्वारा किए इस संशोधन में सामने आया कि गंगा नदी के पानी में कोरोना वायरस के कोई भी अंश नहीं देखने मिले थे।
जलशक्ति मंत्रालय द्वारा संचालित स्वच्छ गंगा मिशन के वैज्ञानिक तथा औद्योगिक संशोधन परिषद (CSIR) के सहयोग से यह संशोधन किया गया था। जिन्होंने बताया कि पूरा संशोधन दो चरण में किया गया। जिसमें कन्नौज, उन्नाव, कानपुर, हमीरपुर, अल्हाबाद, वाराणसी, बलिया, बक्सर, गाजीपुर, पटना और छपरा से पानी के सैंपल लिए गए थे और उन्हें कोरोना वायरस की मौजूदगी के लिए चेक किए गए थे। हालांकि इसमें कोई भी अंश नहीं मिले।
सूत्रों के अनुसार, जितने भी स्थानों से सैंपल लिया गया था,, उनमें से किसी में भी सार्स-सीओवी-2 के अंश नहीं मिले है। जिसके आधार पर कहा जाता है की गंगा के नदी में किसी भी प्रकार का कोई भी कोरोना वायरस नहीं है।
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