प्रेरक कहानी : अपना लक्ष्य हासिल करने अब तक 9 सरकारी नौकरियों को ना कर चुकी हैं प्रमिला

प्रेरक कहानी : अपना लक्ष्य हासिल करने अब तक 9 सरकारी नौकरियों को ना कर चुकी हैं प्रमिला

भारत में हर किसी को सरकारी नौकरी हासिल करने की चाहत होती है। पर काफी कम लोगों को ही वह मिल पाती है। पर यदि हम आपको कहे की एक महिला ने एक बार नहीं, दो बार नहीं पर 9 - 9 बार सरकारी नौकरी को ना कह चुकी है। बता दे की राजस्थान की रहने वाली प्रमिला नेहरा की अब तक 9 बार अलग-अलग सरकारी नौकरी लग चुकी है। जिसमें से साल 2013 से 2018 के बीच 5 साल में उसने 7 सरकारी नौकरी छोड़ दी थी और अब साल 2021 में 8वीं बार वह नौकरी छोडने जा रही है। 
प्रमिला मूल रूप से सीकर जिले के एक छोटे से गाँव सिंहोट की रहने वाली है। प्रमिला के पिता किसान और माता गृहिणी है। इसके अलावा भाई महेश पुलिस में सिपाही और फिलहाल चुरू में सेवा दे रहा है। प्रमिला की शादी सीकर जिले के राजेंद्र रनवाना के साथ हुई थी। जो की दिल्ली में पुलिस कॉन्स्टेबल है। प्रमिला ने कहा की उसकी पहली नौकरी साल 2013 में एसएससी जिडी और राजस्थान पुलिस कॉन्स्टेबल के तौर पर मिली थी। पर इन दोनों परीक्षा देने का मुख्य हेतु सरकारी नौकरी का नहीं पर प्रतियोगी परीक्षाएँ पास करने का था। सद्भाग्य से उनका चयन दोनों में हो गया पर उन्होंने नौकरी जॉइन नहीं की। 
उनका लक्ष्य आरएएस और यूपीएससी परीक्षा पास करना था। इसलिए उन्होंने अन्य परीक्षाएँ देना शुरू किया। साल 2016-17 में उनका चयन एक साथ पटवारी, ग्रामसेवक, एलडीसी, महिला सुपरवाइजर में एक साथ नंबर आ गया। पर उन्होंने कही जॉइन नहीं किया। साल 2015 में उन्होंने कुछ समय के लिए सरकारी स्कूल में थर्ड ग्रेड के टीचर के तौर में काम किया था। जिसके बाद उन्होंने पटवारी, ग्रामसेवक, एलडीसी और महिला सुपरवाइजर की परीक्षा पास की। हालांकि साल 2020 में राज्य सेवा आयोग की तरफ से होने वाली व्याख्याता भर्ती में उन्होंने प्रथम श्रेणी शिक्षक की परीक्षा पास कर ली। इसके अलावा प्रमिला ने राज्य की सीटेट और दो बार आरएएस प्री की परीक्षा भी उत्तीर्ण कर ली है।