मेडिकल ऑक्सिजन की आपूर्ति सुनिश्चित करने ‘ऑक्सिजन एक्सप्रेस’ दौड़ायेगी रेलवे!

मेडिकल ऑक्सिजन की आपूर्ति सुनिश्चित करने ‘ऑक्सिजन एक्सप्रेस’ दौड़ायेगी रेलवे!

दिल्ली शकूरबस्ती, आनंद विहार में आएंगे 75 आइसोलेशन कोच

देश भर में कोरोना वायरस तेजी से फ़ेल रहा है। जिसके चलते देश भर में ऑक्सीज़न की कमी देखी जा रही है। कई राज्यों ने केंद्र सरकार से ऑक्सीज़न की मांग की है। इस स्थिति में ऑक्सीज़न की मांग को पूरा करने के लिए रेलवे द्वारा लिक्विड मेडिकल ओकसीजन के साथ मिलकर विशेष ट्रेनें दौड़ाई जाएगी। केंद्र सरकार द्वारा इसके पहले इंडस्ट्रियल इस्तेमाल के लिए ऑक्सीज़न के इस्तेमाल पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है। सरकार के इस निर्णय का अमल 22 अप्रैल से होगा। हालांकि इसमें कुछ उद्योगों को छुट दी गई है। 
रेल मंत्रालय द्वारा जारी एक निवेदन में कहा गया है की ऑक्सीज़न की बढ़ रही मांग को देखते हुये रेलवे ने विशेष ट्रेनों को दौड़ाने का निर्णय लिया है। इन ट्रेनों में लिक्विड ऑक्सीज़न के टेनकर फिट किए जाएगे। कुछ जगहों पर इस विशेष ट्रेनों की ट्रायल भी शुरू कर दी गई है। इन ट्रेनों को चलाने के लिए विशेष ग्रीन कॉरीडोर भी बनाए गए है, जिससे की इमर्जंसी के समय में कोई भी ट्रेन बीच में ना आए। रेलवे के अनुसार, फिलहाल ट्रायल हो जाने के बाद सबसे पहले मुंबई के कलमबोगी-बोईसर से टेंकर भेजे जाएगे। 
इसके अलावा उत्तर रेलवे ने दिल्ली सरकार की मांग पर आनंद विहार टर्मिनल और शकूरबस्ती में दिल्ली-एनसीआर के लोगों के लिए कोविड केयर सेंटर के रूप में 1,200 बेड के बराबर 75 आइसोलेशन कोच उपलब्ध कराए हैं। हल्के कोरोना मरीजों के लिए शकूरबस्ती रेलवे स्टेशन पर 50 पूरी तरह से ऑपरेशनल कोविड केयर कोच (800 मरीजों की क्षमता वाले) रखे गए हैं, जबकि 400 मरीजों की क्षमता वाले 25 कोच सोमवार तक आनंद विहार स्टेशन पर रखे जाएंगे।
रविवार को यहां संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक आशुतोष गंगल ने कहा कि दोनों स्टेशनों पर इन कोचों के रखरखाव के लिए अच्छा इंफ्रास्ट्रक्च र है जबकि एंबुलेंस आदि की सुचारु आवाजाही के लिए कनेक्टिविटी भी उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि जब भी जरूरत होगी, और भी आइसोलेशन कोच रखे जाएंगे। उत्तर रेलवे महामारी के खिलाफ लड़ाई को समर्थन देने के लिए प्रतिबद्ध है।