भारतीय छात्र को गणित, विज्ञान के लिए यूएस, इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया समेत 25 इंटरनेशनल रिसर्च ऑफर
By Loktej
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आईआईटी की खड़गपुर, मद्रास और इंदौर से भी आ चुके है ऑफर
नई दिल्ली, 1 अप्रैल (आईएएनएस)| कोरोना महामारी के कारण विश्वभर में स्कूल कालेजों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। ऐसी प्रतिकूल परिस्थितियों में मैकेनिकल इंजीनियरिंग के एक 21 वर्षीय छात्र अभिषेक अग्रहरी ने अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस समेत कई देशों से रिसर्च ऑफर हासिल किये हैं। अभिषेक को हाल ही में पांच देशों के प्रतिष्ठित संस्थानों से गणित के क्षेत्र में शोध के प्रस्ताव मिले हैं।
टीआईईटी, पटियाला में तृतीय वर्ष मैकेनिकल इंजीनियरिंग का छात्र होने के बावजूद अभिषेक को गणित के क्षेत्र में शोध कार्यों के लिए 19 मार्च को ऑस्ट्रेलियाई नेशनल यूनिवर्सिटी (ऑस्ट्रेलिया) से ऑफर मिला है। 11 मार्च को मियामी विश्वविद्यालय (यूएसए) से ऑफर मिला है। इनके अलावा इसी दौरान बुडापेस्ट यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी एंड इकोनॉमिक्स (हंगरी), द चाइनीज यूनिवर्सिटी ऑफ हांगकांग (हांगकांग) और यूनिवर्सिटी ऑफ फेरारा (इटली) से ऑफर मिला है।
गौरतलब है कि विश्व स्तर पर ऐसे केवल गिने-चुने छात्र ही हैं जिन्हें विज्ञान और गणित दोनों ही क्षेत्रों में एक साथ रिसर्च के अंतरराष्ट्रीय ऑफर हासिल हुए हैं और यही अभिषेक की सबसे बड़ी उपलब्धि है। अभिषेक ने गैस टरबाइन इंजन पर रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) के साथ काम किया है। आईआईटी बॉम्बे में फ्लूड स्ट्रक्चर इंटरेक्शन पर और आईआईटी कानपुर में तरल पदार्थ की गतिशीलता पर काम किया है। उनके पास आईआईटी खड़गपुर, आईआईटी इंदौर और आईआईटी मद्रास से भी ऑफर है।
अभिषेक का उद्देश्य भविष्य में देश के लिए फील्ड्स मेडल और नोबेल हासिल करना है और इसी दिशा में उनका सारा प्रयास समर्पित है। उन्हें आईआईटी जैसे भारत के उच्च तकनीकी शिक्षा संस्थानों से भी जुड़ने का मौका मिला है। लॉकडाउन और कोरोना संकटकाल के बीच भी अपनी रिसर्च में जुटे रहे अभिषेक अग्रहरी को यूनिवर्सिटी ऑफ ऑक्सफोर्ड इंग्लैंड, सीएनआरएस फ्रांस, पेंसिल्वेनिया स्टेट यूनिवर्सिटी अमेरिका, इलिनाय विश्वविद्यालय अमेरिका, टेक्नीसीक यूनिवर्सिट म्यूनिख जर्मनी, तेल अवीव विश्वविद्यालय, बीजिंग कम्प्यूटेशनल साइंसेज रिसर्च सेंटर, चीन, शंघाई जिया टोंग विश्वविद्यालय, चीन, ग्यांगसांग राष्ट्रीय विश्वविद्यालय, दक्षिण कोरिया, एडिलेड विश्वविद्यालय, ऑस्ट्रेलियन स्कूल आफ पेट्रोलियम साइंसेज से रिसर्च इंटर्नशिप के ऑफर मिले हैं।
नई दिल्ली के रहने वाले अभिषेक अग्रहरी ने कहा कि ये इंटर्नशिप आफर हासिल करना इतना आसान नहीं रहा। इसके लिए प्रतिभा के साथ साथ सम्बंधित विषय के बारे में व्यापक ज्ञान का होना बेहद जरूरी है। इसके लिए कई दौर के टेस्ट व इंटरव्यू के दौर से गुजरना पड़ा। अपनी रूचि के विषय के बारे में अभिषेक ने बताया कि वह द्रव यांत्रिकी के व्यापक क्षेत्रों के अनुसंधान विशेष रूप से द्रव संरचना इंटरएक्शन सिद्धांत, प्लाज्मा भौतिकी, जल तरंग यांत्रिकी, गतिज सिद्धांत, गतिज समीकरण और मॉडल जैसे बोल्ट्जमान समीकरण, तरल पदार्थ गतिज युग्मित मॉडल, गणितीय सामान्य सापेक्षता के अलावा ब्लैक होल, गैर रेखीय तरंगों और गेज सिद्धांत के अचानक गुरुत्वाकर्षण पतन के कारण ब्लैक होल का निर्माण में सक्रिय रहे हैं।
टीआईईटी, पटियाला में तृतीय वर्ष मैकेनिकल इंजीनियरिंग का छात्र होने के बावजूद अभिषेक को गणित के क्षेत्र में शोध कार्यों के लिए 19 मार्च को ऑस्ट्रेलियाई नेशनल यूनिवर्सिटी (ऑस्ट्रेलिया) से ऑफर मिला है। 11 मार्च को मियामी विश्वविद्यालय (यूएसए) से ऑफर मिला है। इनके अलावा इसी दौरान बुडापेस्ट यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी एंड इकोनॉमिक्स (हंगरी), द चाइनीज यूनिवर्सिटी ऑफ हांगकांग (हांगकांग) और यूनिवर्सिटी ऑफ फेरारा (इटली) से ऑफर मिला है।
गौरतलब है कि विश्व स्तर पर ऐसे केवल गिने-चुने छात्र ही हैं जिन्हें विज्ञान और गणित दोनों ही क्षेत्रों में एक साथ रिसर्च के अंतरराष्ट्रीय ऑफर हासिल हुए हैं और यही अभिषेक की सबसे बड़ी उपलब्धि है। अभिषेक ने गैस टरबाइन इंजन पर रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) के साथ काम किया है। आईआईटी बॉम्बे में फ्लूड स्ट्रक्चर इंटरेक्शन पर और आईआईटी कानपुर में तरल पदार्थ की गतिशीलता पर काम किया है। उनके पास आईआईटी खड़गपुर, आईआईटी इंदौर और आईआईटी मद्रास से भी ऑफर है।
अभिषेक का उद्देश्य भविष्य में देश के लिए फील्ड्स मेडल और नोबेल हासिल करना है और इसी दिशा में उनका सारा प्रयास समर्पित है। उन्हें आईआईटी जैसे भारत के उच्च तकनीकी शिक्षा संस्थानों से भी जुड़ने का मौका मिला है। लॉकडाउन और कोरोना संकटकाल के बीच भी अपनी रिसर्च में जुटे रहे अभिषेक अग्रहरी को यूनिवर्सिटी ऑफ ऑक्सफोर्ड इंग्लैंड, सीएनआरएस फ्रांस, पेंसिल्वेनिया स्टेट यूनिवर्सिटी अमेरिका, इलिनाय विश्वविद्यालय अमेरिका, टेक्नीसीक यूनिवर्सिट म्यूनिख जर्मनी, तेल अवीव विश्वविद्यालय, बीजिंग कम्प्यूटेशनल साइंसेज रिसर्च सेंटर, चीन, शंघाई जिया टोंग विश्वविद्यालय, चीन, ग्यांगसांग राष्ट्रीय विश्वविद्यालय, दक्षिण कोरिया, एडिलेड विश्वविद्यालय, ऑस्ट्रेलियन स्कूल आफ पेट्रोलियम साइंसेज से रिसर्च इंटर्नशिप के ऑफर मिले हैं।
नई दिल्ली के रहने वाले अभिषेक अग्रहरी ने कहा कि ये इंटर्नशिप आफर हासिल करना इतना आसान नहीं रहा। इसके लिए प्रतिभा के साथ साथ सम्बंधित विषय के बारे में व्यापक ज्ञान का होना बेहद जरूरी है। इसके लिए कई दौर के टेस्ट व इंटरव्यू के दौर से गुजरना पड़ा। अपनी रूचि के विषय के बारे में अभिषेक ने बताया कि वह द्रव यांत्रिकी के व्यापक क्षेत्रों के अनुसंधान विशेष रूप से द्रव संरचना इंटरएक्शन सिद्धांत, प्लाज्मा भौतिकी, जल तरंग यांत्रिकी, गतिज सिद्धांत, गतिज समीकरण और मॉडल जैसे बोल्ट्जमान समीकरण, तरल पदार्थ गतिज युग्मित मॉडल, गणितीय सामान्य सापेक्षता के अलावा ब्लैक होल, गैर रेखीय तरंगों और गेज सिद्धांत के अचानक गुरुत्वाकर्षण पतन के कारण ब्लैक होल का निर्माण में सक्रिय रहे हैं।
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