जम्मू कश्मीर : आईटीबीपी जवानों को ले जा रही बस खाई में गिरी, 7 जवानों की मौत, 30 घायल

जम्मू कश्मीर : आईटीबीपी जवानों को ले जा रही बस खाई में गिरी, 7 जवानों की मौत, 30 घायल

अमरनाथ यात्रा की ड्यूटी पूरी करके लौट रहे थे जवान, दुर्घटना बस के ब्रेक फेल होने के कारण हुआ

आज सुबह देश को एक बुरी खबर सुनने को मिली।जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में अमरनाथ यात्रा की ड्यूटी पूरी करने के बाद लौट रहे भारत तिब्बत सीमा पुलिस की एक बस के गहरी खाई में गिर गई। इस दुर्घटना में आईटीबीपी के 7 जवानों की मौत हो गई, जबकि 30 अन्य घायल हो गए।इन हादसे में जवानों को ले जा रही बस सड़क से फिसलकर करीब 500 फीट गहरी खाई में गिरी जवानों को इलाज के लिए श्रीनगर स्थित आर्मी हॉस्पिटल में एयरलिफ्ट किया गया है।
आपको बता दें कि ये दुर्घटना बस के ब्रेक फेल होने के कारण हुआ। बस सड़क से फिसलकर नदी के किनारे जा गिरी। जवान अमरनाथ यात्रा के स्टार्टिंग पॉइंट चंदनवाड़ी से पहलगाम आ रहे थे। बीच में ही ड्राइवर ने नियंत्रण खो दिया और बस खाई में जा गिरी। स्थानीय अधिकारियों ने बताया है कि घायल कर्मियों को अस्पताल पहुंचाने के लिए बड़े पैमाने पर बचाव अभियान शुरू किया गया है। इसके बाद घटनास्थल के लिए आईटीबीपी के कमांडोज को रवाना किया गया, ताकि राहत एवं बचाव कार्य में तेजी लाई जा सके। पुलिस के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार बस में आईटीबीपी के 37 जवानों और जम्मू-कश्मीर पुलिस के 2 कर्मियों समेत 39 लोग सवार थे। बस चंदनवाड़ी और पहलगाम के बीच गहरी खाई में गिर गई जिसमें आईटीबीपी के 7 कर्मियों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई, जबकि 30 अन्य जवान गंभीर रूप से घायल हो गए। बस चंदनवाड़ी से पहलगाम पुलिस नियंत्रण कक्ष आ रही थी। आईटीबीपी घायलों को हर संभव इलाज मुहैया करा रही है।
इस बारे में जम्मू-कश्मीर के लेफ्टिनेंट गवर्नर मनोज सिन्हा ने कहा, ‘चंदनवाड़ी के पास बस दुर्घटना से गहरा दुख हुआ है, जिसमें हमने अपने बहादुर आईटीबीपी कर्मियों को खो दिया। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी संवेदना है. घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ के लिए प्रार्थना करता हूं।घायल कर्मियों को हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है।’
हादसे में मरने वाले ITBP जवानों के नाम हेड कॉन्स्टेबल दुला सिंह (तरन तारन, पंजाब), कॉन्स्टेबल अभिराज (लखीसराय, बिहार), कॉन्स्टेबल अमित के (एटा, यूपी), कॉन्स्टेबल डी राज शेखर (कडपा, आंध्र प्रदेश), कॉन्स्टेबल सुभाष सी बैरवाल (सीकर राजस्थान), कॉन्स्टेबल दिनेश बोहरा (पिथौरागढ़, उत्तराखंड) और कॉन्स्टेबल संदीप कुमार जम्मू के रूप में हुई है।