शतरंज के ये भारतीय खिलाड़ी रशिया के अचानक हमले के बाद यूक्रेन में फंसे हैं

शतरंज के ये भारतीय खिलाड़ी रशिया के अचानक हमले के बाद यूक्रेन में फंसे हैं

30 साल के अन्वेष उपाध्याय यूक्रेन की राजधानी कीव के एक अस्पताल से गेस्ट्रोएंटेरोलॉजी में अप्रेंटिसशिप कर रहे

रूस के यूक्रेन पर हमला करने के आज तीसरे दिन हालात बद से बत्तर होते जा रहे है। रूसी सैनिकों ने यूक्रेन में लगातार हमला कर रहे है। यूक्रेन में लोग अपनी जान बचाने के लिए यहां से वहां भाग रहे हैं। रूस के इस अचानक हमले से सैंकड़ों की संख्या में भारतीय भी यूक्रेन में फंसे हुए हैं। भारत सरकार अपने लोगों को सुरक्षित रूप से बाहर निकालने के लिए लगातार कार्यरत है और बहुत से लोगों को अब तक बाहर भी निकाला भी जा चुका है। यूक्रेन में फंसे भारतीयों में पूर्व नेशनल रैपिड चेस चैम्पियन अन्वेष उपाध्याय भी शामिल हैं। 
आपको बता दें कि 30 साल के अन्वेष उपाध्याय यूक्रेन की राजधानी कीव के एक अस्पताल से गेस्ट्रोएंटेरोलॉजी में अप्रेंटिसशिप कर रहे हैं। मार्च में भारत लौटने की प्लानिंग कर चुके अन्वेष रूस के हमले के बाद फ्लाइट्स बंद हो जाने से यूक्रेन में ही अटक गई हैं। यूक्रेन के वर्तमान स्थिति के कारण डरे हुए उपाध्याय फिलहाल अपने अपार्टमेंट में अकेले छिपे हुए हैं।
2017 में नेशनल रैपिड चेस चैम्पियन रहे अन्वेष का कहना है कि हालात इस कदर बेकाबू हो जाएंगे, ऐसा सोचा नहीं था। उन्होंने कहा कि यूक्रेन में 20 हजार भारतीय हैं और उसमें से 4 हजार बीते कुछ दिनों में भारत लौट गए हैं। 2013 में राष्ट्रपति विक्टर यानुकोविच के यूरोपियन यूनियन के करीब आने से जुड़े एक समझौते पर हस्ताक्षऱ नहीं करने की वजह से देश हुए छात्र आंदोलन का जिक्र करते हुए अन्वेष ने कहा कि पहले भी यूक्रेन में हालात गंभीर हुए है लेकिन जैसे हालात आजकल है, वैसा अनुभव उन्हें पहले कभी नहीं हुआ है।
उपाध्याय ने बताया कि जैसे ही दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर पहुंचा और यह साफ हो गया कि अब युद्ध कभी भी छिड़ सकता है तो उन्होंने यूक्रेन से निकलने का फैसला किया, लेकिन उन्हें फ्लाइट का टिकट नहीं मिला। भारत में मेरे माता-पिता मुझे लेकर चिंतित हैं। वे मुझे लगातार फोन कर रहे हैं, जैसा कि मेरे स्कूल के टीचर कर रहे हैं। मैं यहां अपने अपार्टमेंट में अकेला हूं और मुझे नहीं पता कि स्टोर में क्या है? हमला अचानक हुआ, तो कुछ नहीं कर सकते थे।