विदेशी कर्मचारियों के लिए मुंबई देश का सबसे महंगा शहर

विदेशी कर्मचारियों के लिए मुंबई देश का सबसे महंगा शहर

पूरे एशिया में 18 कदम नीचे उतरकर पहुंचा 20 वें स्थान पर

विदेशी कर्मचारियों के लिए रहने के मामले में मुंबई इस साल देश का सबसे महंगा शहर साबित हुआ था। पूरे एशिया में मुंबई 18 कदम नीचे उतरकर 20वें स्थान पर पहुंचे है। जबकि पूरे विश्व के महानगरों में तुर्कमेनिस्तान का अशागाबात शहर विश्व का सबसे महंगा शहर साबित हुआ है। लिस्ट में अमेरिका के न्यूयोर्क ने 14वां स्थान हासिल किया है। 
मर्सर कोस्ट ऑफ लिविंग के एक सर्वे में विश्व के 209 महानगरों में रहने वाले विदेशी कर्मचारियों के रहने, खाने, मनोरंजन और अन्य चीजें मिलाकर कुल 200 चीजों का खर्च निकाला था। जिसके बाद उन्हें डॉलर में कन्वर्ट कर उनकी तुलना की गई थी। जिसके अनुसार यह लिस्ट बनाई गई थी। आम तौर पर टोक्यो, शांघाई और सिंगापोर जैसे शहर इस लिस्ट में आगे आते है। हालांकि इस बार तुर्कमेनिस्तान का अशागाबात शहर इस बार सबसे ऊपर आया है। 
निष्णातों के अनुसार, इसके लिए तुर्कमेनिस्तान में चल रही आर्थिक तंगी भी बड़ा कारण है। ऐसी ही आर्थिक तंगी के चलते लेबेनोन का बैरूत शहर भी इस लिस्ट में तीसरे स्थान पर आ चुका है, जिसनें 42 स्थान की छ्ल्लांग लगाई है। बैरुत में कोरोना महामारी तथा पिछले साल हुये महाविनाशक धमाके के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई है। विदेशी कर्मचारियों के लिए जो देश टॉप 10 में है, उनकी लिस्ट इस तरह है। 
1.   अशागाबात, तुर्कमेनिस्तान
2.  हाँगकाँग, चीn
3.  बैरुत, लेबेनोन
4.  टोक्यो, जापान
5.  जुरिच, स्विट्ज़रलैंड
6.  शांघाई, चीन
7.  सिंगापोर, सिंगापोर
8.  जीनीवा, स्विट्ज़रलैंड
9.  बैजिंग, चीन
10. बर्न, स्विट्ज़रलैंड