लॉर्ड्स की चुनौतीपूर्ण पिच पर बढ़त लेने की जंग

भारत और इंग्लैंड के बीच पांच टेस्ट की सीरीज का तीसरा मैच आज से शुरू होगा

लॉर्ड्स की चुनौतीपूर्ण पिच पर बढ़त लेने की जंग

लंदन, 09 जुलाई (वेब वार्ता)। युवा कप्तान शुभमान गिल के नेतृत्व में दूसरा टेस्ट जीतने के बाद टीम इंडिया लॉर्ड्स में इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे टेस्ट के लिए फिर ताल ठोककर तैयार है।

गुरुवार से यहां शुरू होने वाले मुकाबले में दोनों टीमें बढ़त लेने के लिए ऐड़ी-चोटी का जोर लगाने के लक्ष्य के साथ उतरेंगी। इंग्लैंड ने लीड्स में पहला टेस्ट जबकि भारत ने बर्मिंघम में दूसरा टेस्ट जीता था। इस तरह से पांच मैच की सीरीज अभी बराबरी पर है। भारत की दूसरे मैच में 336 रन से जीत के बाद हालांकि समीकरण काफी बदल गए हैं। 

बुमराह की वापसी : शानदार फॉर्म में चल रहे भारतीय बल्लेबाजों को चुनौतीपूर्ण पिच पर सफलता हासिल करने के लिए खुद को अच्छी तरह से तैयार करना होगा जबकि जसप्रीत बुमराह की वापसी से मेजबान टीम के बल्लेबाजों की भी कड़ी परीक्षा होगी। भारत ने अभी तक दोनों मैच में अधिकतर समय दबदबा बनाए रखा है।

अगर उसने पहले टेस्ट में कुछ कैच नहीं छोड़े होते और निचले क्रम के बल्लेबाजों ने अच्छा प्रदर्शन किया होता तो वह सीरीज में 2-0 से आगे होता। अभी तक भारत ने जैसा प्रदर्शन किया है, उसे देखते हुए रोहित शर्मा और विराट कोहली की कमी नहीं खली। इससे भारत की मजबूत बेंच स्ट्रेंथ का भी पता चलता है। 

सपाट पिच पर सफलता : गिल एंड कंपनी द्वारा बनाए गए रनों के पहाड़ ने बेन स्टोक्स की सपाट पिच तैयार करने की रणनीति पर फिर विचार करने को मजबूर कर दिया। अब उन्हें ऐसे विकेट पर खेलना पड़ सकता है जिस पर अच्छी सीम मूवमेंट की उम्मीद की जा रही है। बल्लेबाजी में भारत के लिए चिंता की कोई बात नहीं है, सिवाय करुण नायर के फॉर्म के, जो लेंथ से उछलती गेंदों के सामने असहज दिखे हैं।

इंग्लैंड यशस्वी जायसवाल की शॉर्ट पिच गेंदों से परीक्षा लेने की कोशिश करेगा लेकिन संभावना है कि भारतीय सलामी बल्लेबाज रन बनाने का कोई न कोई तरीका निकाल ही लेगा। 

कृष्णा होंगे बाहर : भारत की अंतिम एकादश में एकमात्र अपेक्षित बदलाव प्रसिद्ध कृष्णा की जगह बुमराह का आना होगा। लीड्स के बाद भारतीय तेज गेंदबाजों की प्रभावशीलता पर सवाल उठे थे लेकिन आकाशदीप, मोहम्मद सिराज और बुमराह की तिकड़ी का आक्रमण धारदार हो गया है। दूसरे टेस्ट में 10 विकेट लेकर आकाश दीप ने इंग्लैंड में स्वप्निल शुरुआत की।

घरेलू टीम के बल्लेबाजों को इस चतुर गेंदबाज के खिलाफ अतिरिक्त सावधानी बरतनी होगी। सिराज को चार साल पहले लॉर्ड्स में अपने शानदार प्रदर्शन से आत्मविश्वास मिलेगा। बुमराह सपाट पिचों पर भी खतरनाक साबित होते हैं और यहां तो परिस्थितियां उनके अनुकूल हो सकती हैं।

एजबेस्टन में भारत ने तीन ऑलराउंडर खिलाए, जिनमें रवींद्र जडेजा और वाशिंगटन सुंदर दो स्पिनर थे। यह जोड़ी बने रहने की संभावना है। नितीश रेड्डी एकमात्र तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर हो सकते हैं। अब तक सीरीज में दर्शकों की संख्या असाधारण रही है और लॉर्ड्स में भी स्टेडियम खचाखच भरे रहने की संभावना है।