कोरोना की तीसरी लहर के लिए तैयार हो रहा भारत, फ्रंटलाइन वर्कर्स के लिए शुरू किए गए खास कोर्स

कोरोना की तीसरी लहर के लिए तैयार हो रहा भारत, फ्रंटलाइन वर्कर्स के लिए शुरू किए गए खास कोर्स

मात्र दो से तीन महीनों के प्रशिक्षण के बाद स्टाइपेंड और एक्सीडेंटल दुर्घटना बीमा के लाभ के साथ मिल सकेगी नौकरी, महामारी की दूसरी लहर के दौरान आशा कार्यकर्ताओं की कार्य की प्रशंशा की

देश भर में कोरोना महामारी की दूसरी लहर का प्रकोप काफी कम हो गया है। हालांकि दूसरी लहर के पूरी तरह से जाने के पहले भी सरकार पहले से संभवित तीसरी लहर के लिए तैयारी करने लगी है। इसी तैयारी के भाग स्वरूप प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कोविड-19 फ्रंटलाइन वर्कर्स के लिए विशेष रूप से तैयार किए गए 6 क्रेश कोर्स का शुभारंभ किया है। इसके पहले बुधवार को ही प्रधानमंत्री कार्यालय की और से दी गई जानकारी के मुताबिक प्रधानमंत्री ने देश भर में एक लाख से अधिक कोरोना योद्धा तैयार करने के हेतु से इन कोर्स को शुरू किया है। 
इन कार्यक्रम के बारे में जानकारी देते हुये प्रधानमंत्री ने कहा देश की जनता को आने वाली सभी चुनौतियों से बचाए रखने के लिए और उन्हें तैयार रखने के लिए इन कोर्स का आयोजन किया गया है। देश भर में एक लाख फ्रंट लाइन कोरोना वोरियर्स तैयार करने के लक्ष्य के साथ ही इन सभी कोर्स को शुरू किया गया है। पीएम मोदी ने बताया की सभी क्रेश कोर्सिस 2 से तीन महीने में पूर्ण किए जा सकेगे, जिसके चलते बहुत जल्द काफी बड़ी संख्या में फ्रंटलाइन वर्कर्स तैयार हो सकेगे।   
इन कोर्सिस के तहत सभी फ्रंटलाइन वर्कर्स को विशेष प्रशिक्षण, स्किल इंडिया का प्रमाणपत्र, खाने और रहने की सुविधा और स्टाईपेंड के साथ-साथ बो लाख का एक्सीडेंटल बीमा भी मिलेगा। इस प्रशिक्षण के पूर्ण होने के बाद कोई भी उम्मीदवार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तथा अस्पतालों में काम कर सकेगे। इन कोर्सिस के लिए PMKVY 3.0 द्वारा 273 करोड़ रुपए का आवंटन किया गया है। प्रधानमंत्री ने बताया कि कोरोना की दूसरी लहर में लोगों को कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ा। वायरस के अधिक शक्तिशाली होने के कारण काफी लोग संक्रमित हुये और इस दौरान अस्पतालों में स्टाफ के कमी की भी दिक्कतें सामने आई। जिसके लिए यह विशेष प्रशिक्षण किया जा रहा है। 
महामारी की दूसरी लहर के दौरान आशा कार्यकर्ताओं की भूमिका की प्रशंशा करते हुये प्रधानमंत्री ने कहा की आशा कार्यकर्ताओं ने महामारी के दौरान वायरस के संक्रमण को गाँव तक फैलने से रोकने के लिए काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। प्रधानमंत्री ने कहा की आशा कार्यकर्ता, एएनएम, आँगनवादी और गाँव के स्वास्थ्यकर्मियों ने महामारी के दूसरे लहर में काफी सराहनीय कार्य किया है।
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