भारत को जल्द मिल सकती है सिंगल डोज वाली कोरोना वैक्सिन

सिप्ला कर रही मॉड़र्ना वैक्सिन कंपनी से कोन्ट्राक्ट की तैयारी, सरकार से मांगी गई अनुमति

पूरे देश में कोरोना की दूसरी लहर चल रही है। ऐसे में तीसरी लहर के लिए भी सरकार ने तैयारी शुरू कर दी है। सरकार की ओर से लोगों को जल्दी से जल्दी वैक्सिन मिले इसका प्रयास शुरू किया गया है। इसके लिए भारतीय फार्मा कंपनी सिप्ला ने अमेरिका के वैक्सिन निर्माता मॉडर्ना के साथ एक बिलियन डॉलर का कॉन्ट्रैक्ट करने की तैयारी की है, जो कि जल्दी ही हो जाएगा। कंपनी ने इस बारे में सोमवार को जानकारी देते हुए बताया कि उन्होंने केंद्र सरकार से अनुमति भी मांगी है और क्षतिपूर्ति तथा ट्रायल के नियमों में छुट देने की मांग की है।
इसके पहले मॉडर्ना ने कहा था कि वह 2022 में भारत में एक डोज वाली वैक्सिन लांच कर सकता है, जिसके लिए भारत में फार्मा कंपनियों के बीच बातचीत शुरू की गई है। 5 करोड़ डोज की सप्लाई की बात चल रही है। हाल में ही एक जानकारी सामने आई थी कि मॉडर्ना ने दावा किया है की उसकी वैक्सिन 12 वर्ष से 17 वर्ष के लोगों के लिए बहुत ही सफल रही है। कंपनी का दावा है कि वैक्सिन से 12 से 17 की उम्र के किशोरों में संक्रमण रोकने में 100% सफल रही है। इसलिए कंपनी ने अमेरिका में संबंधित विभाग से इस उम्र के लोगों को टीका देने की अनुमति मांगी है। यदि सबकुछ सही रहा तो कंपनी द्वारा जून महीने से वैक्सिनेशन शुरू कर दिया जाएगा। बताया जा रहा है कि मोडर्ना की वैक्सिन का संग्रह बहुत खर्चीला है। इसे  माइनस बीस डीग्री पर स्टोर करना पड़ता है। जबकि फाइजर की वैक्सिन को माइनस 70 डीग्री पर स्टोर करना पड़ता है।