2 गज की दूरी नहीं है सुरक्षित, जाने वायरस के बारे में क्या कहती है नई गाईडलाइंस

2 गज की दूरी नहीं है सुरक्षित, जाने वायरस के बारे में क्या कहती है नई गाईडलाइंस

कोरोना के संचरण को रोकने के लिए केंद्र सरकार के मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार कार्यालय ने जाहीर की नहीं गाईडलाइंस

कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्र सरकार के मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार कार्यालय की ओर से नई एडवाइजरी जाहीर की गई है। इस नई एडवाइजरी की सहायता से SARS Cov-2 वायरस के संचरण को सीमित किया जा सकता है।
नई एडवाइजरी में कहा गया है कि ऑफिस और घर में अच्छा वेंटिलेशन हो तो संक्रमण के खतरे को कम किया जा सकता है। अच्छे वेंटिलेशन के कारण, एक संक्रमित व्यक्ति से दूसरे में वायरस के संक्रमण का जोखिम बहुत कम होता है। कार्यालय और घर में वेंटिलेशन के संबंध में, यह सुझाव दिया गया है कि सेंट्रल एयर मैनेजमेंट सिस्टमवाली इमारतों में सेंट्रल एयर फिल्टर में संशोधन कर काफी बड़ा बदलाव किया जा सकता है। ऑफिस, ऑडिटोरियम, शॉपिंग मॉल आदि में गैबल फैन सिस्टम और रूफ टॉप वेंटिलेटर का इस्तेमाल करने की सलाह भी दी गई है। 
प्रतिकात्मक तस्वीर (Pixabay.com)

गाइडलाइंस में पंखे की स्थिति को लेकर भी खास सूचना दी गई है। जिसके अनुसार, पंखा ऐसी जगह नहीं होना चाहिए जहां से दूषित हवा सीधे व्यक्ति तक ना पहुंच सके। भारत सरकार के मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार कार्यालय ने बयान में कहा कि एरोसोल और ड्रॉपलेट्स वायरस के संचरण में मदद करते हैं। एरोसोल हवा में 10 मीटर तक जा सकते हैं। जबकि संक्रमित व्यक्ति के दो मीटर के दायरे में ड्रॉपलेट्स गिरी रहती है। भले ही किसी संक्रमित व्यक्ति में कोई लक्षण न हो, पर उसमें से संक्रमण फैलाने के लिए पास पर्याप्त ड्रॉपलेट्स निकल सकती है। जो दूसरे लोगों को भी संक्रमित कर सकता है। 
जब कोई संक्रमित व्यक्ति छींकता है, बात करता है, बोलता है, गाता है, हंसता है या खांसता है या छींकता है तो लार और नाक के मार्ग से बूंदों और एरोसोल का निर्माण हो सकता है। जो वायरस के संचरण को फैला सकता है। गाईडलाइंस में यह भी स्पष्ट किया गया है की सभी को डबल मास्क या N95 मास्क पहनना चाहिए।  वायरस के संचरण को रोकने और संक्रमण की दर को कम करने के लिए नागरिकों, समाज, स्थानीय तंत्र के साथ-साथ अधिकारियों का समर्थन आवश्यक है। मास्क, वेंटिलेशन, डिस्टेंस, हाइजीन के इस्तेमाल से ही कोरोना के सामने की इस जंग को जीता जा सकता है।