आने वाले दस दिन तक लोगों को करना होगा कोरोना मार्गदर्शिका का सख्ती से पालन
कोरोना की दूसरी लहर ने देश भर में कहर बरपा रखा है। पहली लहर की तुलना में दूसरी लहर अधिक जानलेवा सिद्ध होने का एक कारण यह भी रहा कि इस बार ये गांवों तक पहुंच गई। गांवों में चिकित्सा सुविधाएं मर्यादित होने और पीड़ितों को दूर शहर में समय रहते इलाज न मिलने के कारण बड़ी संख्या में मौतें हुईं। हालांकि केंद्र और राज्य सरकारों ने भी देर से ही सही लेकिन काफी नियंत्रण लागू किये, जिसके बाद से मई महीने की शुरूआत के बाद कोरोना के मामले कम होते दिख रहे हैं।
जानकारों की मानें तो राज्य सरकारों द्वारा लागू किये गये नियंत्रणों का प्रभाव दिख रहा है। नये केस कम हुए हैं और रिकवरी रेट भी बेहतर हुआ है। दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल के कम्यूनिटी मेडिसिन डिपार्टमेंट के प्रोफेसर और हैड डॉक्टर जुगल किशोर के हवाले से जागरण में प्रकाशित रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले दस दिनों से देश में कोरोना की दूसरी लहर में काफी सुधार हुआ है और सबकुछ ठीक रहा तो आगामी दो सप्ताह यानि मई माह के अंत तक स्थिति काफी हद तक सामान्य हो सकती है। (Photo : IANS)
हालांकि रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि लोगों को कोरोना मार्गदर्शिका का पालन करते रहना होगा। साथ की सरकार को कोरोना टीकाकरण को और तेज करने की जरूरत है। आने वाले दस दिनों में लोग मास्क पहनना, सोशल डिस्टेंसिंग आदि नियमों का पालन करते रहें तो नये संक्रमणों में कमी आ सकती है। क्योंकि संक्रमण को व्यक्ति में नजर आने में तीन से चार दिन लग जाते हैं। इतना ही नहीं देश में कोरोना से संक्रमित होकर दवाइयां लेकर ठीक हुए लोगों की संख्या काफी अधिक हो गई है और बिना दवाई के अपनी इम्युनिटी की बदौलत भी बड़ी संख्या में लोग बीमारी से उबर चुके हैं। उम्मीद करते हैं कि दूसरी लहर की समाप्ति की प्रकट की गई एक्सपर्ट राय सही सिद्ध हो और देश से ये संकट जल्द से जल्द टले।