फिर लोगों की मदद करने सामने आया टाटा ग्रुप, ऑक्सीज़न की समस्या के निवारण के लिए इस तरह करेंगे सरकार की मदद

फिर लोगों की मदद करने सामने आया टाटा ग्रुप, ऑक्सीज़न की समस्या के निवारण के लिए इस तरह करेंगे सरकार की मदद

चार्टर्ड फ्लाइट द्वारा आयात किए जा रहे है क्रायोजेनिक कंटेनर, कोरोना की पहली लहर में भी की थी 1500 क्रोड की सहायता

देश के सबसे प्रतिष्ठित टाटा ग्रुप फिर एक बार देश की मदद के लिए आगे आया है। जहां कोरोना के कारण देशभर में ऑक्सीज़न का संकट खड़ा हुआ है, उसके निवारण के लिए रतन टाटा ने अपने हाथ आगे किए है। ऑक्सीज़न के संकट को दूर करने के लिए टाटा ग्रुप ने लिक्विड ऑक्सीज़न ले जाने के लिए 24 क्रायोजेनिक कंटेनरों को आयात करने का निर्णय लिया है। 
अपने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में टाटा ग्रुप ने कहा की टाटा ग्रुप लिक्विड ऑक्सीज़न को लेकर जाने के लिए 24 क्रायोजेनिक कंटेनर आयात करेंगे। टाटा ग्रुप द्वारा चार्टर्ड फ्लाइट द्वारा क्रायोजेनिक कंटेनर को आयात किए जा रहे है। क्रायोजेनिक कंटेनर को लिक्विड सिलिंडर भी कहा जाता है। यह एक डबल वोल्ड वेक्यूम वेसल्स होते है। वह विशिष्ट गेस के परिवहन और संग्रह के लिए डिजाइन किया गया है। प्रधानमंत्री ने टाटा ग्रुप के इस कदम का स्वागत करते हुये उनकी तारीफ की थी। इसके साथ ही साथ मिलकर भारत के सभी लोग मिलकर महामारी के खिलाफ लड़ाई जारी रखेंगे। 
बता दे की इसके पहले भी टाटा ग्रुप द्वारा कोरोना महामारी के सामने लड़ने के लिए मदद का हाथ आगे बढ़ाया था। पिछले साल कोरोना की पहली लहर में टाटा ग्रुप ने वेंटिलेटर, पीपीई किट, मास्क, ग्लवस की व्यवस्था की थी। इसके अलावा कोरोना संक्रमण के सामने लड़ने के लिए 1500 करोड़ की सहायता की थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मंगलवार को एक राष्ट्रिय संबोधन में प्रधानमंत्री ने ऑक्सीज़न की कमी को सामूहिक तौर पर करने के लिए दवा उद्योग सहित सभी स्टेक होल्डर्स को आह्वान किया था। 
कोरोना की दूसरी लहर में कोरोना के मामले पहली लहर के मुक़ाबले काफी तेजी से बढ़ रहे है। कोरोना के गंभीर मरीजों के लिए रेमड़ेसिविर इंजेक्शन, वेंटिलेटर आदि की भी काफी कमी हो रही है।