टेक्नोलॉजी : जानिए क्या है ये 5जी सेवा? और क्यों हैं ये 4जी से बेहतर?

टेक्नोलॉजी : जानिए क्या है ये 5जी सेवा? और क्यों हैं ये 4जी से बेहतर?

देश के कुछ चुनिन्दा शहरों में उपलब्ध 5जी, 2023 तक देश के ज्यादातर शहरों में होगा 5जी नेटवर्क

कल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंडियन मोबाइल कांग्रेस का भी शुभारंभ करने के साथ ही देश को अत्याधुनिक तकनीक की सौगात दिया। फिलहाल 5जी नेटवर्क कुछ शहरों में ही लॉन्च किया जाएगा। हालांकि, 2023 तक देश के ज्यादातर शहरों में 5जी नेटवर्क लॉन्च कर दिया जाएगा। ये तकनीक इतनी महत्वपूर्ण क्यों हैं इस बारे में जानना जरुरी है।

क्या है 5जी सेवा?


5G की बात करें तो यह अगली पीढ़ी का मोबाइल नेटवर्क है। यह एक नया वैश्विक वायरलेस सिस्टम है। जो मुख्य रूप से तीन बैंड में काम करता है। 5जी सेवा से मोबाइल सर्विस बेहतर होगी। 5जी इंटरनेट की स्पीड 4जी से काफी ज्यादा होगी। चीन, अमेरिका, दक्षिण कोरिया, ब्रिटेन, स्पेन, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, सऊदी अरब, इटली, फ्रांस, थाईलैंड और स्वीडन में पहले से ही 5G सेवाएं हैं।

5जी स्पेक्ट्रम के लिए पानी की तरह बहाया गया पैसा


दूरसंचार उद्योग के विशेषज्ञों का मानना है कि 5जी सेवाओं के टैरिफ को शुरुआत में 10-15 फीसदी के प्रीमियम पर पेश किया जाएगा ताकि इसे 4जी के करीब लाया जा सके। हालांकि, 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी में टेलीकॉम कंपनियां पानी की तरह पैसे का इस्तेमाल करती नजर आई हैं। स्वाभाविक है कि इसकी प्रतिपूर्ति लोगों की जेब से की जाएगी। प्रतिस्पर्धा को ध्यान में रखते हुए कंपनियां 5जी की शुरुआत में प्लान की कीमत कम रख सकती हैं लेकिन बाद में इसे बढ़ा सकती हैं।

5जी और 4जी में अंतर


4जी और 5जी के बीच अंतर की बात करें तो ५ जी हर मायने में ४जी से बहुत बेहतर है. 4जी और 5जी तकनीक में सबसे बड़ा अंतर लेटेंसी का है. लेटेंसी नेटवर्क के साथ रिस्पोंस करने का टाइम होता है, जो डिवाइस और नेटवर्क के बीच बनता है. 5जी टेक्नोलॉजी में बेहद ही कम लो लेटेंसी होती है, जिसे करीब 5 मिलिसेकेंड का बताया गया है. वहीं, 4 जी तकनीक की लेटेंसी 20 मिलिसेकेंड से लेकर 10 मिलिसेकेंड तक हो सकती है. ऐसे में कम लेटेंसी के चलते डिवाइस जल्दी रिस्पोंस करेंगे. इसके अलावा डाउनलोड द्वारा इसका अंतर साफ़ देखा जा सकता है. 4जी की तुलना में 5जी की डाउनलोड स्पीड बहुत ही फास्ट होगी. इसे उदाहरण के रूप में समझें तो 4जी की स्पीड 1 जीबीप्रति सेकेंड तक पहुंच सकती है. जबकि 5जी की अधिकतम स्पीड 10 जीबी प्रति सेकेंड तक पहुंच सकती है. नेटवर्क कनेक्टिविटी की बात करें तो 4जी की तुलना में 5जी के नेटवर्क कवरेज कम होगी. लो लेटेंसी के चलते यूजर्स को मोबाइल टावर के आसपास ही रहना होगा. एक्सपर्ट के मुताबिक, अगर नेटवर्क के पास खड़े होकर डाउनलोड कर सकेत हैं, जो यूजर्स 1जीबी की स्पीड हासिल कर सकेंगे, जबकि नेटवर्क टावर से दूर रहने वाले घर, ऑफिस में रहने वाले लोगों को लो कनेक्टिविटी की समस्या का सामना करना पड़ता है. इसके लिए यूजर्स को छोटा सेल्युलर बेस स्टेशन का भी इस्तेमाल करना पड़ सकता है.

5G के लाभ


5जी सेवा शुरू होने के बाद देश में डिजिटल क्रांति आएगी। 5जी सेवाओं के शुरू होने के बाद ऑटोमेशन का एक नया युग शुरू होगा। यानी जो चीजें अब तक शहरों तक सीमित थीं, वे अब गांवों तक पहुंचेंगी। रोबोटिक्स तकनीक विकसित होगी। देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी। साथ ही ई-गवर्नेंस का विस्तार होगा। कोरोना के बाद जिस तरह से लोगों की इंटरनेट पर निर्भरता बढ़ी है, उसे देखते हुए 5जी हर किसी की जिंदगी को बेहतर और आसान बना देगा। 5G तकनीक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, हेल्थ केयर, वर्चुअल रियलिटी, क्लाउड गेमिंग के लिए नए रास्ते खोलेगी। मशीनें 5जी नेटवर्क पर एक-दूसरे से संवाद भी कर सकेंगी। वीडियो को बिना बफरिंग या स्ट्रीम किए देखा जा सकता है। इंटरनेट पर की गई वीडियो कॉल्स नहीं रुकेंगी और स्पष्ट रूप से सामने आएंगी। 5G नेटवर्क 2GB मूवी 10 से 20 सेकेंड में डाउनलोड कर लेगा। फैक्ट्रियों में वर्चुअल रियलिटी और रोबोट का इस्तेमाल करना आसान हो जाएगा। ड्रोन का इस्तेमाल खेतों की निगरानी के लिए भी किया जा सकता है।