व्रत : सोमवार से शुरू हो रहा है अलूना, बच्चियों में उत्साह पर बाजार में खरीददारी सुस्त

व्रत : सोमवार से शुरू हो रहा है अलूना, बच्चियों में उत्साह पर बाजार में खरीददारी सुस्त

इस व्रत में कन्याएं भगवान महादेव शिव एवं माता गौरी की पूजा करती हैं और भगवान से अच्छे एवं सुयोग्य वर देने की प्रार्थना करती हैं

हिंदू धर्म में कन्याओं के लिए गौरी व्रत कुवांरी एक महत्वपूर्ण व्रत है। इस व्रत में कन्याएं भगवान महादेव शिव एवं माता गौरी की पूजा करती हैं और भगवान से अच्छे एवं सुयोग्य वर देने की प्रार्थना करती हैं। यह व्रत हर साल आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि से शुरू किया जाता है और पूर्णिमा को संपन्न होता है। पंचांग के अनुसार इस बार गौरी व्रत 09 जुलाई 2022, दिन शनिवार को प्रारंभ होगी और 13 जुलाई 2022, दिन बुधवार को समाप्त होगी। हिंदू धर्म में आषाढ़ शुक्ल एकादशी तिथि को देवशयनी एकादशी व्रत भी रखा जाता है। इसके अलावा आषाढ़ पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा भी होती है।  
गौरी व्रत के दिन कन्याएं प्रातः काल उठकर स्नानादि कार्यों से निवृति होकर महादेव शिव और माता गौरी के समक्ष व्रत और पूजन का संकल्प लें। उसके बाद ही पूजन शुरू करें। अब पूजा चौकी पर आसन बिछा कर भगवान महादेव शिव और माता गौरी की प्रतिमा स्थापित करें। अब उन्हें धूप-दीप जलाकर आरती करते हुए फल, फूल, अक्षत आदि अर्पित करें। अंत में भगवान शिव और माता गौरी की आरती करें। बाद में उनके संमुख अपनी मनोकामना रखें। इसी तरह पाँचों दिन सुबह शाम को पूजन करें। यह व्रत 5 दिनों का होता है। यह व्रत फलाहारी रखा जाता है।
हालांकि सूरत समेत दक्षिण गुजरात में आषाढ़ सूद बरस से अलुन व्रत शुरू होने पर अगले सोमवार से शुक्रवार तक अलुन व्रत मनाया जाएगा। इस बीच शहर के ड्राईफुट बाजार में रोजे के मौसम के बीच चहल-पहल देखने को मिल रही है लेकिन बरसात के मौसम और ग्राहकों की भागीदारी की कमी के कारण बाजार में खरीदारी को लेकर सुस्त प्रतिक्रिया रही है। ऐसे में अंतिम समय में दुकानों में भीड़ होने की संभावना है।
ज्योतिषी के अनुसार परंपरा और मान्यता के अधीन हर साल देवपोढ़ी एकादशी के बाद बरस से अलुना व्रत की शुरुआत की जाती है। इस बीच, एक कुंवारी लड़की, एक अनुष्ठान के साथ पांच दिन का उपवास रखती है। इन पांच दिनों के लिए वो सूखे मेवे और फलाचार का ही सेवन करती है। हिंदू पंचाग के अनुसार जया पार्वती व्रत सोमवार से शुरू होकर 15 जुलाई शुक्रवार की रात जागरण के साथ समाप्त होगा। शनिवार को अलुना व्रत किया जाएगा। इसके अलावा शनिवार 9 जुलाई से गौरी-मोलकता व्रत की शुरुआत होगी। ड्राईफुट बाजार में दोनों अहम प्रतिज्ञाओं की झड़ी लग रही है।
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