कोरोना में अनाथ होने वाले बच्चों के लिए प्रधानमंत्री ने शुरू की योजना, मिलेंगे बहुत से लाभ

कोरोना के काल में अनाथ हुए बच्चों को प्रारंभिक शिक्षा और 23 वर्ष की आयु तक वित्तीय सहायता के साथ आत्मनिर्भर बनाना है

आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन योजना जारी किया। इस योजना के तहत कोरोना महामारी में अपने माता-पिता को खो देने वाले स्कूली बच्चें छात्रवृत्ति का लाभ उठा पाएंगे। साथ ही बच्चों को इस दौरान आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत हेल्थ कार्ड की पासबुक सौंपी जाएगी।
आपको इस योजना के बारे में बताए तो इस योजना के जरिए अनाथ बच्चों को प्रारंभिक शिक्षा और 23 वर्ष की आयु तक वित्तीय सहायता के साथ आत्मनिर्भर बनाना है। इस योजना के लिए जिला बाल संरक्षण इकाइयों और नागरिक समाज के सदस्यों की सहायता से उपायुक्तों द्वारा बच्चों की पहचान की गई है। इन बच्चों के माता-पिता की मृत्यु के कारण का उचित सत्यापन के बाद पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन पोर्टल पर विवरण अपलोड किया गया था। महिला एवं बाल विकास विभाग, डाक विभाग, सामाजिक न्याय और आधिकारिता, शिक्षा, स्वास्थ्य आदि विभागों के सहयोग से योजना के क्रियान्वयन के लिए नोडल विभाग है और जिला स्तर पर उपायुक्त नोडल प्राधिकारी हैं।गौरतलब है कि इस योजना के तहत दिए जाने वाले पैसे किस्तों में बच्चों के खातों में डाले जाएंगे। 18 वर्ष की आयु होने पर पूरी रकम खाते में जमा होने के बाद राशि का बच्चे के नाम पर निवेश किया जाएगा और 23 साल की उम्र तक बच्चे को अपना खर्च चलाने के लिए हर महीने निर्धारित रकम दी जाएगी।

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