जानें IAS टोपर प्रेरणा से UPSC की तैयारी में स्मार्ट स्टडी का महत्व

जानें IAS टोपर प्रेरणा से UPSC की तैयारी में स्मार्ट स्टडी का महत्व

भारत में कई युवाओं का सपना होता है की आईएएस या आईपीएस बनकर देश की सेवा करे। हालांकि हर किसी का यह सपना पूर्ण नहीं हो पाता। हर साल लाखों छात्र आईएएस और आईपीएस बनने का सपना लेकर UPSC की परीक्षा की तैयारी करते है पर उसमें भी काफी कम छात्रों को ही सफलता मिलती है। इसमें भी सफलता हासिल करने वाले उम्मीदवार खास तकनीक का इस्तेमाल करते है, जो कि अन्य उम्मीदवारों के लिए भी प्रेरणा बनते है। ऐसी ही एक आईएएस अधिकारी प्रेरणा सिंह की आज हम बात करने जा रहे है, जिनकी कहानी लाखों युवाओं को प्रेरित कर रही है।
आईएएस अधिकारी प्रेरणा सिंह का मानना है कि कक्षा 6 से 12 तक एनसीईआरटी की किताबें पढ़ने से नींव मजबूत होती है। वे कहते हैं कि अगर आपके पास कम समय है तो कक्षा 9 से 12 तक की किताबें पढ़ना न भूलें। इस तरह उन्होंने तैयारी शुरू की। एक बार जब आपके बेसिक्स क्लियर हो जाएं तो अपने सिलेबस का गहराई से अध्ययन करें।
प्रेरणा सिंह का मानना है कि तैयारी करते समय आपको अपनी किताबों से छोटे-छोटे नोट्स बनाने चाहिए। इससे आप अपने अधिकांश पाठ्यक्रम को कम समय में पूरा कर सकते हैं और इसे आसानी से संशोधित कर सकते हैं। उनके अनुसार, रिवीजन आपको परीक्षा में सफल होने में मदद कर सकता है। आईएएस ऑफिसर प्रेरणा सिंह के मुताबिक फिलहाल आपको यूपीएससी की तैयारी के लिए स्मार्ट स्टडी पर फोकस करना होगा। इससे आपका समय भी बचेगा और आप इसे रिवीजन के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं।
प्रेरणा का मानना है कि कठिन परिश्रम और लगातार रिविज़न सफलता के लिए सबसे अधिक महत्वपूर्ण है। हर उम्मीदवार को अपने सिलेबस का संपूर्ण और अधिक से अधिक रिविज़न करना काफी जरूरी है। बता दे कि प्रेरणा सिंह 2017 की बैच के आईएएस ऑफिसर है और फिलहाल उत्तरप्रदेश के इटावा में चीफ डेवलपमेंट ऑफिसर का कार्यभार सँभाल रही है।
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