दोस्त ने सुनाई भूखमरी की दुःखभरी कहानी तो ये महिला खिलाने लगी भूखे लोगों को खाना

दोस्त ने सुनाई भूखमरी की दुःखभरी कहानी तो ये महिला खिलाने लगी भूखे लोगों को खाना

30 लोगों के साथ शुरू किया ये नेक काम आज हर रोज लगभग दो सौ लोगों को देते हैं निवाला

तिरुपति के संजय गांधी नगर में रहने वाली पंडित मोनिका ने लॉकडाउन के बाद जरूरतमंदों को खाना बांटना शुरू किया। वह कॉर्पोरेशन लिमिटेड के 8वें डिवीजन में वार्ड वालंटियर हैं। आर्थिक तंगी से गुजरने के बाद भी जरूरतमंदों की मदद करने वाली 24 साल की मोनिका ने सबसे पहले 30 जरूरतमंद लोगों को खाना खिलाया, फिर अपने दोस्तों की मदद से फुटपाथ पर रहने वाले लोगों को खाना खिलाने लगी और अस्पताल में भर्ती लोगों को भरपेट खाना खिलाने लग गई।
इस बारे में मोनिका ने बताया कि एक दिन उनके दोस्त ने इस महामारी में फैली भुखमरी के बारे में बताया और अगले कुछ दिन में उन्होंने एक बूढ़ी औरत को तिरुपति में बालाजी बस स्टैंड के पास भूख से बेहाल देखा। उस महिला ने 2 दिन से कुछ नहीं खाया था। यह सब अपनी आंखों से देखने के बाद मोनिका ने भूखे लोगों को कम से कम एक समय का भोजन देने का फैसला किया। इसके बाद मोनिका ने अपनी मां से बात की और फिर वो भी मदद के लिए तैयार हो गई। मोनिका की मौसी विजया खाना बनाने और किराने का सामान खरीदने में मदद करती हैं।
(Photo Credit : divyabhaskar.co.in)
गौरतलब है कि कोरोना की दूसरी लहर के कारण तकलीफों से जूझ रहे लोगों की मदद के लिए मोनिका जैसे कई लोगों की इंसानियत की मिसाल पेश करते हुए सामने आई। कई लोगों ने ऑक्सीजन सिलेंडर खरीदने के लिए अपनी बचत और गहने बेच दिए, जबकि कई लोगों ने अपने वाहन को एम्बुलेंस में बदल दिया। देशभर में ऐसे लोग कोरोना काल में भूखे और जरूरतमंदों की मदद कर रहे हैं।