सूरत : पुणा क्षेत्र की सोसायटीओं में पानी के मुद्दे पर स्थानीय लोगों का विरोध

सूरत : पुणा क्षेत्र की सोसायटीओं में पानी के मुद्दे पर स्थानीय लोगों का विरोध

बार-बार गुहार लगाने के बावजूद जिन महिलाओं को पानी नहीं मिला,महिलाओं ने विरोध किया

सूरत के पुना इलाके के हस्तिनापुर समाज में पानी को लेकर लोगों ने हंगामा किया। नगर पालिका लंबे समय से पानी की आपूर्ति नहीं कर रही है । स्थानीय लोगों का कहना है कि टैक्स चुकाने और बिल मिलने के बावजूद हमें पानी नहीं दिया जा रहा है। हमारे बार-बार अनुरोध करने के बावजूद, सिस्टम ठीक से काम नहीं कर रहा है। इसलिए विरोध करने की बारी हमारी है।

पीने के पानी की वजह से लगातार परेशान हैं

सोसायटी के निवासी कैलाशबेन सोंडागर ने कहा कि हम लगातार पानी की समस्या से परेशान हैं, पानी समय पर नहीं आता है। इसलिए हमें खपत से लेकर पीने के पानी तक की समस्या है। तो सोसायटी के अध्यक्ष भरतभाई काछडिय़ा ने कहा कि हमारी सोसायटी का वर्ष 2006 में नगर पालिका में समावेश किया गया था। नगर पालिका का जल विभाग पिछले सात साल से जलवितरण का कार्यभार संभाल रहा है। 400 से अधिक घरों में लगभग 5,000 लोग रहते हैं। लेकिन हमें पानी नहीं मिलता। हमने कई बार आवेदन कि या लेकिन निस्तारण नहीं हुआ।

सरकार की दोतरफा नीति

पुणा क्षेत्र की पार्षद पायल साकरिया ने कहा कि पुणा क्षेत्र की अधिकांश सोसायटियों में पानी की समस्या है। नगर पालिका से बार-बार गुहार लगाने के बाद भी कोई समाधान नहीं निकल रहा है। हमने कई बार आंदोलन भी किया है। लेकिन फिर भी नगर पालिका केवल टेक्स वसूली करती है और पानी उपलब्ध नहीं कराती है। ऐसे में लोग बोरिंग कर पानी लेने को मजबूर हैं। इसलिए सरकार ने बोरिंग की नीति अपनाई है और लोगों को इसका बोरिंग पैसा देना पड़ रहा है। इससे बोरिंग के लिए नगर पालिका को पैसे देने के बावजूद लोग बिना पानी के जीवन यापन कर रहे हैं। सरकार की ऐसी दोतरफा नीति के चलते अब लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। तो हमारा एक ही सुझाव है कि अगर सरकार पानी नहीं दे पा रही है तो अधिकारी और पदाधिक ारी अपने कार्यालय बंद कर हर- घर नल जैसी योजनाओं को बंद कर दें।
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