सूरत : कॉल रिकॉर्ड बेचने के लिए हेड कांस्टेबल गिरफ्तार

सूरत : कॉल रिकॉर्ड बेचने के लिए हेड कांस्टेबल गिरफ्तार

दिल्ली पुलिस ने जासूसी एजेंसियों को कॉल डिटेल रिकॉर्ड की अवैध बिक्री के मामले में सूरत से हेड कांस्टेबल को गिरफ्तार किया

डीसीपी जोन 2 सूरत के कार्यालय के जीएसडब्ल्यूएएन की आईडी का दुरूपयोग कर अवैध रूप से कॉल रिकॉर्ड हासिल करने के मामले में अपराध दर्ज किया गया है। दिल्ली पुलिस द्वारा जासूसी एजेंसियों को कॉल डिटेल रिकॉर्ड की अवैध बिक्री के मामले में सूरत पुलिस के एक हेड कांस्टेबल को गिरफ्तार करने के बाद, यह पता चला कि विपुल कोर्डिया, जो पहले डीसीपी के दस्ते में कॉल डिटेल के प्रभारी थे उसने डीसीपी की आईडी का इस्तेमाल कर कॉल डिटेल बेचें थे।
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार दिल्ली पुलिस ने जासूसी एजेंसियों को अवैध कॉल डिटेल रिकॉर्ड बेचने के रैकेट का भंडाफोड़ किया और उनसे पूछताछ के आधार पर एक पखवाड़े पहले सूरत पुलिस के हेड कांस्टेबल विपुल कोर्डिया को अवैध रूप से कॉल डिटेल निकालने और बेचने के आरोप में गिरफ्तार किया। उसने कॉल डिटेल्स को इस आधार पर बेचा कि उसके पास डीसीपी का आईडी पासवर्ड था। हालांकि, उसने अपना काम जारी रखा जब उसे एक जोन के डीसीपी के दस्ते से दूसरे में स्थानांतरित कर दिया गया। इस मामले में सूरत के पुलिस आयुक्त ने जांच  अपराध शाखा को सौंप दि है। जबकि डीसीपी जोन 2 के कार्यालय जीएसडब्ल्यूएएन.आईडी का दुरूपयोग कर अवैध रूप से कॉल रिकॉर्ड हासिल करने के मामले में साइबर अपराध थाने में भी मामला दर्ज किया गया है। 

पहले विपुल कोर्डिया गिरफ्तारी हुई थी अब अन्य कांस्टेबल की संलिप्तता सामने आई 


सूरत सिटी पुलिस में कार्यरत डीसीपी (जोन 2) भावनाबेन पटेल ने कल साइबर क्राइम थाने में अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई और कहा कि फालसावाड़ी में महिधरपुरा पुलिस स्टेशन के ऊपर स्थित उनके कार्यालय के जीएसडब्ल्यूएएन ईमेल आईडी का यूजरनेम और पासवर्ड किसी तरह उसकी जानकारी और सहमति बगैर प्राप्त या हैक किया गया था। उसके बाद संबंधित टेलिकोम कंपनी के नोडल अधिकारी को किए गए इमेल में टेक्स फोर्मेट में एडीटिंग करके इलेक्टोनिक रेकोर्ड के साथ छोडखानी अवैध रुप से दिल्ली में एक व्यक्ति और अन्य के मोबाईल नंबर पर कोल डिटेईल मंगायी गई थई।  इस संबंध में जांच साइबर क्राइम ब्रांच के एसीपी को सौंपी गई है।

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