सूरत : इंस्टाग्राम पर एक विज्ञापन देखकर वीजा बनवाने के चक्कर में इस शख्स ने 1.50 लाख नकद और पासपोर्ट गवांया

कनाडा में रहने वाली अपनी मौसी की बेटी को दी मामले की जानकारी तो जाँच में सामने आया ठगी का मामला

सरथाना के एक अधेड़ उम्र के व्यक्ति को सोशल मीडिया पर दिखाई दिए एक विज्ञापन के सहारे कनाडा का वीजा लेना बहुत भारी पड़ा। इस शख्स को ऐसा करने में  डेढ़ लाख का नुकसान हुआ था। सूरत के छोटे से वराछा इलाके में रहने वाले और सरथाना में पैकेजिंग वर्कर के तौर पर काम करने वाले अमरेली के रहने वाले एक शख्स ने कनाडा वीजा लेने जाते समय इंस्टाग्राम पर एक विज्ञापन देखकर 1.50 लाख नकद और अपना असली पासपोर्ट खो दिया।
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मूल रूप से अमरेली खंभा के रबरिका गांव के रहने वाले और  सूरत में नाना वराछा योगिचोक वास्तुपूजन सोसायटी के बगल में शिवधारा हाइट्स बी-501 में रहने वाले 46 वर्षीय चंद्रेशभाई नंजीभाई सांवलिया सरथाना महावीर चौक पर पैकेजिंग वर्कर का काम करते हैं। पिछले जून में, उन्होंने Instagram पर GALAWFIRM IMMIGRATION के लिए एक विज्ञापन देखा। उसमें एक कार्ड था और दो कनाडाई नंबरों और मेल आईडी के साथ एक पते के साथ एमडी के रूप में हर्ष चौहान का नाम लिखा हुआ था। चंद्रेशभाई, जो कनाडा जाना चाहते थे, ने उन नंबरों में से एक को व्हाट्सएप पर कॉल करके जानकारी प्राप्त की। वीजा, और सामने वाले ने सारी जानकारी दी और 20 दिनों में कनाडा जाने  के लिए वीजा प्राप्त करने के लिए 15 लाख की मांग की।
इसके बाद चंद्रेशभाई ने अपना मूल पासपोर्ट, बायोडाटा, पैन कार्ड, आधार कार्ड, योग्यता प्रमाण पत्र की कॉपी और पासपोर्ट साइज फोटो भेज दिए और जमाल अहमद नाम के शख्स के खाते में गूगल पे के जरिए 1.50 लाख पीस भी जमा करा दिए। उसके बाद इन मार्गबोजो ने फर्जी वीजा बनाकर 20 दिन के भीतर चंद्रेश सावलिया को भेज दिया। चंद्रेश ने इस बात की जानकारी कनाडा में रहने वाली अपनी मौसी की बेटी को दी और फोटो खींचकर भेज दी। इस फोटो के आधार पर उसने सत्यापित किया कि उसके नाम पर कोई वीजा स्वीकृत नहीं था। चंद्रशभाई ने उस व्यक्ति को अपना मूल पासपोर्ट वापस करने के लिए कहा। लेकिन उसने इनकार कर दिया।  अपने साथ ठगी का अहसास होने पर चंद्रेश सावलिया ने सरथाना थाने में धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया है।
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