सूरत : स्मार्ट सिटी और स्मार्ट गांवों का दावा बरसात में हुआ ध्वस्तः दर्शन नायक

सूरत : स्मार्ट सिटी और स्मार्ट गांवों का दावा बरसात में हुआ ध्वस्तः दर्शन नायक

सडक और भवन निर्माण विभाग ने सडकों के निर्माण समय पर उचित ध्यान नही देने से टुटी सडके

ओलपाड तहसिल के गांवों में सडकों की मरम्मत नही हुई तो होगा आंदोलन
स्मार्ट शहरों को गांवों से जोड़ने की भाजपा सरकार की महत्वाकांक्षी योजना केवल कागजों पर चल रही है। सूरत जिला पंचायत के पूर्व सदस्य और सहकारिता नेता दर्शन नायक ने कहा कि अगर सूरत जिले के ओलपाड तालुका सहित सभी ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कों की वास्तविकता देखी जाए तो भ्रष्टाचार ही दिखाई देगा। सड़क निर्माण में भ्रष्टाचार, ईंटें बिछाने में भ्रष्टाचार साफ दिखाई दे रहा है। सूरत रेंज का सडक एवं भवन विभाग भ्रष्टाचार की गंगोत्री बन गया है। सूरत जिले के ओलपाड सहित ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कों की हालत आज बहुत खराब है। सड़क एवं भवन मंत्री गड्ढों को भरने के लिए सस्ता प्रचार दिलाने के नाटक से ऊपर नहीं आ रहे। जमीनी हकीकत देखी जाए तो मंत्री को सड़क और भवन विभाग के अधिकारियों के साथ सूरत जिले के रास्तों पर प्रवास करना चाहिए तभी उन्हे सही हकीकत पता चलेगी। 
आगे, दर्शन नायक ने कहा कि सामान्य बारिश के दौरान सड़क बह रही है जिससे यह स्पष्ट है कि सडक निर्माण या मरम्मत करने में सडक एवं भवन विभाग ने मात्र औपचारिकता ही पुर्ण की है। कनाज से शेरडी तक सड़क बनाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई है फिर भी सड़क निर्माण में सड़क मंत्रालय क्या निर्माण नही कर रहा? कीम चौकड़ी से कीम बाजार तक आरसीसी ड्रेनेज लाइन प्रस्तावित है, फिर भी काम क्यों नहीं हो रहा है? कार्य पुर्ण करने की समय सीमा पूरी होने के बाद भी क्यो ओवर ब्रिज का काम अधूरा है। कोसंबा-तरसाडी ब्रिज और महुवा में कोसखाडी ब्रिज की भी हालत खराब हैं। सूरत जिले में कई सड़कें सरोली पुल के ढहने से औद्योगिक घरानों के बड़े वाहनों को ग्रामीण सड़कों पर मोड़ने के कारण जो सड़कें रह गई हैं, वे भी कुछ दिनों में उखड जाएंगी।
इस तथ्य के बावजूद कि नगर निगम और सूडा के अधिकारी सूरत आयुक्त हैं, स्मार्ट शहरों और स्मार्ट गांवों के निर्माण के घोड़े सड़क की स्थिति के कारण केवल कागजों पर चल रहे हैं। इसमें तालुका सहित तालुक की सभी सड़कें पूरी तरह से बह गई हैं मानसून। सड़कें टूट जाने से लोगों को शरीर में दर्द, सूजन और अस्पतालों पर बोझ बढ़ने और आर्थिक बोझ का सामना करना पड़ रहा है। दर्शन नायक ने आगे कहा कि यदि स्थानीय सड़कों को जल्द से जल्द साफ नहीं किया जाता है तो  ग्रामीण लोगों के साथ मिलकर आंदोलन किया जाएगा।

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