सूरत : केमिकल गोदाम में लगी आग, धमाके के साथ लगी आग ने बगल के गोदाम को भी चपेट में लिया

सूरत : केमिकल गोदाम में लगी आग, धमाके के साथ लगी आग ने बगल के गोदाम को भी चपेट में लिया

4 करोड़ का नुकसान, दम घुटने से कई पक्षियों की मौत, 100 से ज्यादा कबूतरों तथा दो बिल्ली के बच्चे भी बचाया

दमकल के 7 स्टेशनों से 13 से अधिक वाहनों ने पांच घंटे में आग पर काबू पाया
सूरत में पुना सरोली (कैनाल रोड) पर वनमाली बीआरटीएस जंक्शन के पास एक रासायनिक गोदाम में आग लग गई। तड़के करीब चार बजे रासायनिक गोदाम से लगी आग पास के एफएमसीजी गोदाम में फैल गई। तो करीब साढ़े तीन करोड़ से ज्यादा कीमत के बिस्कुट और कोल्डड्रिंक जल गए। कुल नुकसान का अनुमान चार करोड़ से अधिक है। रासायनिक गोदाम में विस्फोट को नियंत्रित करने के लिए 7 दमकल केंद्रों से 13 वाहनों ने 5 घंटे तक कड़ी मशक्कत की। किसी के घायल होने की सूचना नहीं थी।केमिकल के गोदाम में धमाका होने लगा। सुबह चार बजे के बाद जब आग लगी तो आसपास के इलाके में भय का माहौल हो गया। मूसलाधार बारिश में भी केमिकल गोदाम में आग लग गई, जिससे आग पर काबू पाना मुश्किल हो गया। हालांकि जब आग पर काबू पाया गया तब भी धमाका हुआ।
आग के कारण चारों ओर भय का माहौल बना हुआ था।
स्थानीय लोगों ने बताया कि प्रकाश मारवाड़ी नाम का शख्स अवैध केमिकल गोदाम चला रहा था। इसको लेकर पहले भी सिस्टम की ओर से नोटिस दिया गया था। रासायनिक गोदाम में अग्नि सुरक्षा की कोई सुविधा नहीं थी। इसलिए फिलहाल फायर बिग्रेड कूलिंग ऑपरेशन के बाद नोटिस सहित ऑपरेशन को अंजाम देगी।
प्रोलाइन सेल्स एजेंसी के मालिक चिराग देसाई ने बताया कि आग की सूचना सुबह चार बजे के बाद मिली। इसलिए वे तुरंत दौड़ पड़े। शटर खुला तो फायर ब्रिगेड को सूचना दी गई। बाद में पता चला कि आग केमिकल गोदाम से लगी है। हमारे गोदाम में बिस्कुट और कोल्ड ड्रिंक समेत करीब साढ़े तीन करोड़ का सामान जल गया है।
फायर ब्रिगेड के उप अधिकारी मनोज शुक्ला ने बताया कि सूचना मिलने के बाद दमकल की गाड़ी मौके पर पहुंची। सात दमकल केंद्रों से 13 से अधिक वाहन मौके पर पहुंचे। बाद में वाटर कैनन से आग पर काबू पाया गया। केमिकल में आग लगने के कारण आग पर काबू पाना मुश्किल था। हालांकि, आग में कोई हताहत या हताहत नहीं हुआ। गोदामों को बंद करने के दौरान आग लगने से यह कहा जा सकता है कि आग प्राथमिक स्तर पर शॉर्ट सर्किट के कारण लगी थी। हालांकि, जांच जारी है और रासायनिक गोदाम में कोई अग्नि सुरक्षा नहीं मिली है।
पशु अपराध नियंत्रण के प्रतीक कपूरिया ने कहा, आग लगने के बाद गोदाम के आसपास और आसपास कई चिडिय़ों के घोंसले थे। जिसमें कई कबूतरों की मौत हो गई। जब हमने 100 से ज्यादा कबूतरों को बचाया। जबकि दो बिल्ली के बच्चे भी बचा लिए गए हैं।
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