सूरत : तापी नदी प्रभावित हुई थी क्योंकि उकाई बांध से 70,412 क्यूसेक पानी छोड़ा गया

सूरत :  तापी नदी प्रभावित हुई थी क्योंकि उकाई बांध से 70,412 क्यूसेक पानी छोड़ा गया

पुलिस द्वारा दोनो छोड पर लोगों को प्रवेश करने से रोकने के बंदोबस्त तैनात किया गया

तापी नदी लबालब होने से लोगों को 25 किलोमीटर घुम कर जाना पडता है
तापी नदी उकाई बांध से ऊपर की ओर बारिश के बाद पानी छोड़े जाने से प्रभावित हुई है। इस बीच, बारडोली तालुक के हरिपुरा में तापी नदी पर बना निम्न-स्तरीय कार्य-मार्ग मानसून के मौसम में पांचवीं बार ओवरफ्लो हो गया है। मुख्य मार्ग से बारडोली तक जाने वाले मार्ग के 15 गांवों का संपर्क कट गया है। जिसके कारण यहा के 15 गांवो के लोगों को 25 किमी की राउंड ट्रिप लगानी पडती है।
दक्षिण गुजरात की जीवन रेखा माने जाने वाले उकाई बांध में पानी की आय लगातार बढ़ रही है। उकाई बांध में अपस्ट्रीम वर्षा के कारण 55 हजार क्यूसेक पानी का प्रवाह है। जिसके बाद बांध से सीधे तापी नदी में 70,412 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। उकाई से पानी छोडे जाने पर तापी नदी प्रभावित होती है और दोनों किनारों पर बहती है। बारडोली तालुका के हरिपुरा गांव में तापी नदी पर निचले स्तर का कार्य-मार्ग फिर से भर गया है।  पांचवीं बार इस मानसून सीजन में प्रशासन द्वारा मार्ग को निम्न स्तर के पानी के खिलाफ एहतियात के तौर पर बंद कर दिया गया है। वहीं पुलिस व्यवस्था के तहत सेतु के दोनों ओर इंतजाम किए गए हैं। दूसरी ओर, कार्य-मार्ग को पार करने वाले 15 से अधिक गांवों का बारडोली से सीधा संपर्क टूट गया है। बारडोली आने के लिए गांवों से छात्रों, नौकरशाहों और चिकित्सा आपात स्थिति के दौरान 25 किमी से अधिक की यात्रा करनी पड़ती है।
बारडोली तालुका के हरिपुरा गांव में तापी नदी पर बना निम्न-स्तरीय कार्य-मार्ग इस सीजन में पांचवीं बार ढह गया है। बारडोली से सीधा संपर्क टूट जाने से उमरसादी, खंजरोली, पिपरिया, गवाची, उन, कोसाडी, पुना, गोडसांबा, गोदावडी, कचियाबोरी, नरेन और वेरेली समेत 15 गांवों को गंभीर संकट का सामना करना पड़ा है। 
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