सूरत : सिविल अस्पताल में हर साल कैंसर के इलाज के लिए आने वाले मरीजों में 40 बच्चे भी शामिल

सूरत : सिविल अस्पताल में हर साल कैंसर के इलाज के लिए आने वाले मरीजों में 40 बच्चे भी शामिल

इस कार्यशाला से सिविल में भर्ती बाल कैंसर रोगी का बेहतर इलाज होगा और इस ज्ञान से बाल कैंसर रोगी को लाभ होगा

100 कैंसर रोगियों में से 3-4 बच्चों के समय पर और उचित उपचार के साथ 75 से 85 प्रतिशत तक ठीक होने की संभावना होती है
बाल रोग विभाग, शासकीय मेडिकल कॉलेज, सूरत एवं क्रेन कीड्स की पहल पर नवी सिविल में पहली बार प्रैक्टिकल पीडियाट्रिक ऑन्कोलॉजी में राष्ट्रीय प्रशिक्षण कार्यक्रम की कार्यशाला का आयोजन किया गया।
राजकीय मेडिकल कॉलेज नवी सिविल में एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें डॉक्टरों को विभिन्न प्रकार के बच्चों के कैंसर के बारे में गाइड लाइन के अनुसार निदान और नवीनतम उपचार का प्रशिक्षण दिया गया। हालांकि, प्रशिक्षण दिल्ली, मुंबई और सूरत के बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टरों द्वारा प्रदान किया गया था। इस वर्कशॉप में बच्चों, पैथोलॉजी, पीएसएम समेत विभागों के रेजिडेंट डॉक्टर्स और फैकल्टी के साथ 50 से ज्यादा डॉक्टर मौजूद थे। डॉ. बदीरा, डॉ. निशांत और डॉ. नीरव समेत विशेषज्ञ डॉक्टरों ने दिया मार्गदर्शन।
इस कार्यशाला से सिविल में भर्ती बाल कैंसर रोगी का बेहतर इलाज होगा और इस ज्ञान से बाल कैंसर रोगी को लाभ होगा। नवी सिविल में वर्ष के दौरान विभिन्न कैंसर से पीडि़त 40 से अधिक बच्चे इलाज के लिए आते हैं। तो इन बच्चों को फायदा होगा। जबकि 100 कैंसर मरीजों के 3 से 4 बच्चे हैं। बाल चिकित्सा विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. संगीताबेन त्रिवेदी ने कहा इन बच्चों को समय पर उचित इलाज मिल जाता है तो ठीक होने की 75 से 85 प्रतिशत संभावना है। 
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