सूरत की SVNIT नेशनल रैंकिंग में पीछे खिसकी

सूरत की SVNIT नेशनल रैंकिंग में पीछे खिसकी

2016 में देशभर में 15वें स्थान पर रहने वाली संस्था इस साल 58वें स्थान पर

देश भर के उच्च शिक्षण संस्थानों में शैक्षणिक सुविधाओं और गुणवत्ता के आधार पर हर साल घोषित राष्ट्रीय संस्थान रैंकिंग फ्रेमवर्क में सूरत में एसवीएनआईटी का प्रदर्शन इस साल फिर बिगड़ते हुए 11 रैंक गिर गया। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के तहत काम करने वाली संस्था नेशनल इंस्टीट्यूट रैंकिंग फ्रेमवर्क ने शुक्रवार को 2022 के नतीजे घोषित किए जिसमें एसवीएनआईटी देशभर में 58वें स्थान पर था। राज्य में आईआईएम अहमदाबाद, गुजरात विश्वविद्यालय, आईआईटी गांधीनगर समेत कई शिक्षण संस्थान इस रैंकिंग में चमके।
आपको बता दें कि राष्ट्रीय रैंकिंग में देश के शीर्ष तकनीकी संस्थानों में से एक एसवीएनआईटी सूरत का प्रदर्शन वर्ष 2016 से लगातार खराब होता जा रहा है। एसवीएनआईटी, जो 2016 में देश में 15वें स्थान पर था, इस साल 58वें स्थान पर खिसक गया है। नेशनल इंस्टीट्यूट रैंकिंग फ्रेमवर्क के आंकड़ों के मुताबिक, इंजीनियरिंग कॉलेजों की श्रेणी में एसवीएनआईटी 47.61 अंकों के साथ 58वें स्थान पर है। पिछले साल 2021 में कॉलेज ने 49.99 अंकों के साथ 47वीं रैंक हासिल की थी। जबकि 2020 में इसे 45.59 अंकों के साथ 54वीं रैंक, 2019 में 41.88 अंकों के साथ 58वीं रैंक, 2018 में 42.11 अंकों के साथ 61वीं रैंक, 2017 में 43.30 अंकों के साथ देश में 50वीं रैंक मिली थी। 2016 में 73.13 अंकों के साथ देश में 15वीं रैंक हासिल करने के बाद, एसवीएनआईटी ने अब तक फिर से वह मुकाम और रैंक हासिल नहीं की है। ऐसे में इस साल फिर से 11वीं रैंक के चलते शिक्षा की दुनिया में तर्क-वितर्क का दौर शुरू हो गया है।
गौरतलब इस साल नेशनल इंस्टीट्यूट रैंकिंग फ्रेमवर्क के नतीजों में प्रदेश के कई विश्वविद्यालय, कॉलेज चमके हैं। इंजीनियरिंग कैटेगरी में MS यूनिवर्सिटी को देश में 149वां, गुजरात यूनिवर्सिटी को यूनिवर्सिटी कैटेगरी में 58वां, ओवरऑल कैटेगरी में IIT गांधीनगर को 37वां, गुजरात यूनिवर्सिटी को 73वां, मैनेजमेंट कैटेगरी में आईआईएम अहमदाबाद को पहला, गुजरात यूनिवर्सिटी को 99वां स्थान मिला है। राज्य के कई विश्वविद्यालयों और कॉलेजों के शानदार प्रदर्शन के सामने वीर नर्मद दक्षिण गुजरात विश्वविद्यालय की उम्मीदवारी को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। यह भी खबर आई थी कि पूर्व में वीर नर्मद विश्वविद्यालय ने दावा नहीं किया था। वहीं दूसरी ओर इस साल नेक एक्रिडिटेशन की तैयारी चल रही है और राष्ट्रीय रैंकिंग में उम्मीदवारी के मुद्दे को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं।
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