सूरत : असम में व्यापारियों ने ऑर्डर रद्द कर पैसे देना बंद कर दिया

सूरत : असम में व्यापारियों ने ऑर्डर रद्द कर पैसे देना बंद कर दिया

महाराष्ट्र में भी भारी बारिश ने कपड़ा व्यापारियों की चिंता बढ़ा दी है

असम में बाढ़ से कपड़ा उद्योग में 50 करोड़ का व्यापार प्रभावित
शादी के सिजन की खरीदी अपेक्षा से कम होने से निराश सूरत के कपड़ा व्यापारी अब रक्षाबंधन और आने वाले त्योहारों की उम्मीद कर रहे हैं। लेकिन कुछ राज्यों में भारी बारिश व्यापारियों को परेशान कर रही है। असम के कुछ हिस्सों में पिछले दो सप्ताह से बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। वहां के व्यापारियों ने रिहायशी इलाकों में बाढ़ का पानी भरने से भारी नुकसान हुआ है। वहा के व्यापारिओं ने ओर्डर रद्द कर दिया और पिछला भुगतान भी वर्तमान परिस्थिति में आने की उम्मीद कम ही है। 
सूरत से साड़ी और ड्रेस का सामान असम भेजा जाता है। आमतौर पर हर साल जून-जुलाई में रोजाना 20-22 ट्रक पार्सल भेजे जाते हैं। आने वाले दिनों में रक्षाबंधन का त्योहार है इस लिए असम के व्यापारियों ने सूरत के व्यापारियों को ओर्डर दिया था। लेकिन पिछले दो हफ्तों में गुवाहाटी समेत असम के अनिल नगर ,नबीन नगर, जू रोड, नूनमाती, भूतनाथ, मालीगांव, बमुनी मैदान, राजगढ़, लिंक रोड, हाथी गांव, रुकमणी गांव, फातासिल और अन्य इलाकों में आई बाढ़ से जान-माल का नुकसान हुआ है। बाजार भी कई दिनों से बंद हैं। जिससे व्यापार भी ठप हो गया है, जिससे दुकानों में पानी घुस जाने के कारण व्यापारियों को काफी नुकसान हुआ है। परिस्थिति को समझने वाले व्यापारीओंने जो आदेश दिए थे वह रद्द कर रहे है। 
इसी तरह, महाराष्ट्र के सांगली, अमरावती, रायगढ़ और कोल्हापुर में भारी बारिश से परेशानी हुई और कपड़ा व्यापारीओं की चिंता बढ़ी हुई है। कपड़ा उद्योग का व्यापार जून से अगस्त के दौरान सामान्य से अधिक प्रभावित होता है क्योंकि इस दौरान कोई बड़ा त्योहार नहीं होता है। हालांकि, कुछ व्यापारी आगामी त्योहारों को देखते हुए इस अवधि के दौरान प्री ऑर्डर बुक करते हैं।
अकाल में अधिका मा जैसे घाट 
कपड़ा व्यापारियों के लिए शादियों के मौसम में व्यापार कम था इस लिए पहले से ही निराशा का माहोल था।  क्योंकि अब भारी बारिश से कुछ शहरों में व्यापार ठप हो गया है। असम के कुछ हिस्सों में बाढ़ से सूरत के कपड़ा व्यापार को 50 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है। जो व्यापारी वर्तमान में भुगतान कर रहे थे, वे भी कह रहे हैं कि वे भुगतान करना बंद कर देंगे और दो महीने बाद भुगतान करेंगे। - रंगनाथ शारदा, प्रवक्ता, फोस्टा
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