सूरत : शहर-जिले में लगातार दुसरे दिन भी भारी बारिश

सूरत : शहर-जिले में लगातार दुसरे दिन भी भारी बारिश

उधना में 8 इंच, वराछा में 6 इंच, ओवरफ्लो के कगार पर कॉजवे, खाड़ी-गरनाला लबालब

भगवान महावीर कॉलेज के पास जलजमाव
बारिश से निचले इलाकों में पानी भर गया , शहर का जनजीवन हुआ प्रभावित
सूरत में मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक भारी बारिश में कोई बदलाव नहीं हुआ है। आज सुबह छह बजे से दस बजे तक उधना में आठ इंच और वराछा में छह इंच बारिश हुई। भारी बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। सूरत शहर के साथ जिले में भारी बारिश के कारण सूरत शहर से गुजरने वाले पांच खाडी और कोजवे ओवरफ्लो के कगार पर हैं। यदि और बारिश होती है, तो खाड़ी और कोजवे खतरनाक स्तर को पार कर सकते हैं, जिससे नगर पालिका सतर्क हो गई है। 
सूरत में बारिश सुबह भी अपरिवर्तित रही। इससे सुबह काम पर निकले लोगों को भीषण बारिश में जाने को मजबूर होना पड़ा। बारिश से बचने के लिए लोगों ने ओवरब्रिज के नीचे शरण ली, जिससे आसपास के इलाकों और सड़कों पर जाम लग गया।
भारी बारिश से उधना गरनाला में पानी भर गया, जिससे वाहन चालकों को परेशानी हुई, वहीं दूसरी ओर कादरशानी नाल, अमरोली, कतारगाम, डभोली के निचले इलाकों में पानी भर गया।
अगले 5 से 6 जुलाई तक भारी बारिश का अनुमान
मौसम विभाग ने 5 से 6 जुलाई तक भारी बारिश की संभावना जताई है। 4 जुलाई तक मध्यम से मध्यम बारिश का अनुमान है। आसमान में पूरी तरह से बादल छाए रहने की संभावना है। हवा की गति 22 से 23 किलोमीटर प्रति घंटा होगी।
5 जगह शार्ट सर्किट की घटना
शहर में 5 जगहों पर शॉर्ट सर्किट हुआ। हादसा भगा तलाव जनता मार्केट, बेगमपुरा खराडी स्ट्रीट, वेदरोड ध्रुवतारक सोसायटी मोटा वराछा में हुआ। उधा के तेरापंथ भवन भगवती सोसायटी में एक मोटर में आग लग गई।
आँधी के साथ वर्षा होने से 20 पेड़ गिरे
शहर में 20 से अधिक पेड़ गिरने की सूचना मिलने के बाद दमकल विभाग हाई अलर्ट पर था। नावडी घाट, जमरुख गली, सगरामपुरा सिमगा स्कूल के पास, भटार कपाडिय़ा हेल्थ क्लब के पास, पानास गांव आदि में पेड़ गिर गए।
मीठीखडी और सीमाडाखाड़ी खतरनाक सतह के पास
गुरुवार की देर रात से शुरू हुई तेज बारिश शनिवार को भी जारी रही, जिससे शहर की कई सड़कों पर पानी भर गया। जिले में हुई भारी बारिश ने शहर से गुजरने वाले पांच खण्डों का जलस्तर भी बढ़ा दिया। मीठीखडी और सीमाखडी खतरनाक स्तर पर पहुंचने के कारण नगर निगम को सतर्क कर दिया गया है।
खतरे से 0.28 मीटर दूर कॉजवे
कोजवे की सतह 4.45 मीटर से बढ़कर 5.72 मीटर हो गई। गौरतलब है कि कॉजवे की भयजनक ( खतरे का स्तर) सतह 6 मीटर है। खतरनाक सतह को पार करने के बाद कॉजवे पर ट्रैफिक रोक दिया जाता है।

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