सूरत : तक्षशिला अग्निकांड में फरिश्ता बन कई बच्चों की जान बचाने वाले जतिन की स्थिति नाजुक, परिवार पाई-पाई का मोहताज
By Loktej
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समाचार एजेंसी वीटीवी ने जतिन नाकरानी की मदद के लिए एक अनोखा अभियान शुरू किया है जिसके जरिए जतिन को आर्थिक मदद मिल रही है
सूरत की तक्षशिला अग्नि में फरिश्ता बनकर 14 बच्चों की जान बचाने वाले जतिन नकरानी की शारीरिक और आर्थिक स्थिति फिलहाल बहुत खराब है। ऐसे में एक समाचार एजेंसी वीटीवी ने जतिन नाकरानी की मदद के लिए एक अनोखा अभियान शुरू किया है जिसके जरिए जतिन को आर्थिक मदद मिल सकती है। इस मुहीम के कारण अब तक जतिन को 20 लाख रुपये से ज्यादा मिल चुके हैं।
गौरतलब है कि 3 साल पहले जतिन ने सूरत में हुई खौफनाक तक्षशिला घटना में 14 बच्चों की जान बचाई थी। इसके बाद खुद को आग से बचाने के लिए ऊपर से कूदने वाले जतिन के सिर में चोट लग गई और वह कोमा में चले गये। फिलहाल वह बिस्तर पर हैं। अब जतिन को हर तरफ से मदद मिल रही है। हालांकि जतिन नाकरानी को अभी भी मदद की ज़रूरत है।
बता दें कि जिस बिल्डिंग में आग लगने वाली खौफनाक घटना घटी थी उसी तक्षशिला की दूसरी मंजिल पर उन्होंने बैंक से 35 लाख रुपये का ऋण लेकर फैशन डिज़ाइन व्यवसाय शुरू किया था पर 24 मई, 2019 की घटना में दुकान भी आग की चपेट में आ गई। वहीं जतिन के परिवार के पास हाल में इलाज के लिए पैसे नहीं हैं। आज जतिन का परिवार बैंक का कर्ज चुकाने के लिए पाई पाई का मोहताज है। परिवार का मुख्य आधार जतिन बिस्तर पर है और कर्ज की किस्त नहीं चुका पाने के कारण बैंक ने घर को सील कर दिया था। इसलिए परिजन सड़क पर उतर आए। लेकिन शीर्ष नेताओं की मध्यस्थता के 24 घंटे बाद बैंक ने वसूली का वादा लिखकर सील खोल दी और आज बेटे के इलाज की जिम्मेदारी सेवानिवृत्त पिता पर आ गई है।
बता दें कि आग में 14 छात्रों की जान बचाने वाले जतिन घायल होने के बाद अपनी याददाश्त खो चुके हैं। तीन साल से बैंक कर्ज की किस्त नहीं चुका पाए बैंक ने फोरक्लोजर का आदेश दिया है। कई बच्चों की जानने वाले जतिन के इलाज पर अब तक 40 लाख रुपये खर्च हो चुके हैं।
अगर आप भी करना चाहते है मदद तो ये रही जानकारी
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