सूरत : जिग्नेश मेवानी की गिरफ्तारी के विरोध में कांग्रेस का मौन प्रदर्शन

सूरत : जिग्नेश मेवानी की गिरफ्तारी के विरोध में कांग्रेस का मौन प्रदर्शन

विधायक जिग्नेश मेवानी ने प्रधानमंत्री को संबोधित करने वाले एक ट्वीट के मामले में असम पुलिस ने जबरन गिरफ्तार किया जिसके खिलाफ सोमवार को कांग्रेस ने प्रदर्शन किया

लोकतंत्र बचाओ-संविधान बचाओ की मांग को लेकर जिला कलेक्टर कार्यालय के सामने कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विरोध जताया
सूरत केंद्र और राज्य की भाजपा सरकार की जनविरोधी नीति और तानाशाही रवैये से प्रदेश की जनता व्यथित है। बिजली, बाढ़, सरकारी नौकरियों में बार-बार होने वाली अनियमितताओं, पेपर लीक घोटालों सहित विभिन्न समस्याओं से जनता घिरी हुई है, वहीं दूसरी ओर सरकार के जनविरोधी फैसलों के विरोध में लोगों की बुनियादी स्वतंत्रता पर भी अंकुश लगा दिया गया है। कानूनी प्रावधानों के दुरूपयोग ने लोगों में भय और दहशत का माहौल पैदा कर दिया है। भाजपा सरकार ने इस तरह के कानूनी प्रावधान का दुरुपयोग कर वडगाम विधायक जिग्नेशभाई मेवानी को बेतुके कारणों से गिरफ्तार करके ब्रिटिश राज्य को याद दिलाया है। फिर हमेशा की सच्चाई और लोगों के साथ रहने की नीति और स्वभाव रखनेवाली कांग्रेस पार्टी सरकार के ऐसे जनविरोधी फैसलों के खिलाफ लोगों की आवाज उठाने के प्रयासों को उजागर करती है।
विधायक जिग्नेश मेवानी ने प्रधानमंत्री को संबोधित करने वाले एक ट्वीट के मामले में असम पुलिस ने जबरन गिरफ्तार कर लिया है। जिसके खिलाफ सोमवार 25 अप्रैल 2022 को सूरत शहर जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा "लोकतंत्र बचाओ-संविधान बचाओ" की मांग को लेकर कलेक्ट्रालय में मौन विरोध-विरोध कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर सूरत शहर कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष नैषधभाई देसाई, सूरत शहर कांग्रेस उपाध्यक्ष हरीश सूर्यवंशी, जलपा भरूची, नीलेश कुंभानी, सुनाल शेख और अन्य कांग्रेस नेता मौजूद थे।

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