सूरत : दक्षिण गुजरात में गर्मी के मौसम में 2 घंटे बिजली कटौती, किसान संकट में

सूरत : दक्षिण गुजरात में गर्मी के मौसम में 2 घंटे बिजली कटौती, किसान संकट में

किसान आठ घंटे बिजली आपूर्ति की मांग कर रहे हैं मगर बिजली कंपनी आपूर्ति नही कर पा रही

ग्रीष्मकालीन फसल को अधिक पानी का आवश्यकता होने से छोटे किसानों की चिंता बढ़ी
दक्षिण गुजरात में 2 घंटे से अधिक बिजली कटौती से किसानों को परेशानी हुई है। गर्मी की फसलों को अधिक पानी की आवश्यकता होने पर 2 घंटे बिजली कटौती से किसानों और फसलों की स्थिति और खराब हो गई है। किसान आठ घंटे बिजली आपूर्ति की मांग कर रहे हैं। दक्षिण गुजरात में गर्मी का मौसम शुरू हो गया है। सप्ताह में दो घंटे से अधिक समय से खेत की बिजली आपूर्ति ठप होने के कारण किसानों ने इस सीजन में त्रस्त हो गए हैं। इससे गन्ना और धान सहित दक्षिण गुजरात में ग्रीष्मकालीन फसल उगानेवाले किसान संकट में हैं।  
गर्मियों की फसलों के लिए सर्दी की फसलों की तुलना में अधिक पानी की आवश्यकता होती है। कुछ जगहों पर नहर का पानी पहुंच जाता है, लेकिन कुछ जगहों पर नहीं पहुंच पाता। ऐसे में पानी के लिए पर्याप्त बिजली की आपूर्ति जरूरी है। पहले कृषि के लिए 8 घंटे बिजली मिलती थी, लेकिन पिछले एक सप्ताह से दक्षिण गुजरात बिजली कंपनी कृषि को 8 घंटे की जगह 6 घंटे ही बिजली उपलब्ध करा रही है। जिससे किसानों को परेशानी हुई है। किसान आठ घंटे बिजली आपूर्ति की मांग कर रहे हैं।
जहां तक ​​सूरत जिले की बात है तो सूरत में बिजली कटौती से जिले के करीब 80 हजार किसान प्रभावित हुए हैं। सूरत जिले  में ग्रीष्मकालीन फसल में गन्ना, सब्जियां, ग्रीष्मकालीन धान प्रभावित हैं। वहीं गन्ने की फसल को अधिक पानी की जरूरत होती है। 
किसान नेता दर्शन नायक ने कहा कि आम जैसी बागवानी फसलों में समस्या कम होती है लेकिन जिन किसानों को अधिक पानी की आवश्यकता होती है उन्हें धान, गन्ना और सब्जियां पकाने में अधिक कठिनाई होती है। कृषि के लिए 8 घंटे की बिजली आपूर्ति कब बहाल की जाएगी इस बारे में  बिजली कंपनी के अधिकारी बात करने से कतरा रहे हैं और राज्य भर में कटौती का हवाला देते है। 
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