सूरत : पेट्रोल-डीजल, रसोई गैस, सीएनजी सहित जीवनावश्यक चीजवस्तूओं में कमरतोड भाववृध्दि से जनता त्राहिमाम

सूरत : पेट्रोल-डीजल, रसोई गैस, सीएनजी सहित जीवनावश्यक चीजवस्तूओं में कमरतोड भाववृध्दि से जनता त्राहिमाम

अगर सरकार ने महंगाई पर नियंत्रण नहीं किया तो लोग अंततः सड़कों पर उतरने को मजबूर होंगे, जो कि सरकार की जिम्मेदारी होगी ऐसी चेतावणी दर्शन नायक ने दी है

जीवन निर्वाह की वस्तुओं की बढ़ती कीमतों पर नाराजगी व्यक्त करते दर्शन नायक
दूध दही, सब्जियों के साथ-साथ रोजमर्रा की जरूरतों के आसमान छूते दाम ने आम आदमी की कमर तोड़ दी है और उसे हर महीने घर चलाने में परेशानी हो रही है। पेट्रोल, डीजल और सीएनजी गैस के साथ-साथ रसोई गैस की बढ़ती कीमतों ने लोगों में आक्रोश पैदा कर दिया है। हाल ही में बढे दामों से गृहिणियां चिंतित हैं कि आगे और मुद्रास्फीति में वृद्धि जारी रहेगी। जिसके कारण गृहणियों का बजट बाधित हो गया है। आम वर्ग के लिए बड़ी समस्या यह है कि पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी के बाद एक महीने में घर के दोनों सिरों को कैसे जोड़ा जाए। सहकारिता के साथ किसान नेता और कांग्रेस नेता दर्शन नायक ने आज रसोई गैस की कीमतों में 50 रुपये की बढ़ोतरी पर नाराजगी व्यक्त की है।
सूरत जिला कांग्रेस के पूर्व जिला विपक्ष नेता और सहकारीता के साथ-साथ किसान अग्रनी दर्शन नायक ने एक प्रेस बयान में कहा कि आज पेट्रोल-डीजल के बाद रसोई गैस सिलेंडर की कीमत में 50 रुपये की बढ़ोतरी पर नाराजगी व्यक्त की। उपभोक्ताओं को अब प्रति गैस सिलेंडर के लिए 950.50 रुपये देने होंगे। 
हाल ही में दूध की कीमत 5 रुपये प्रति लीटर बढ़ी है, जबकि खुदरा दूध की कीमत 2 रुपये प्रति लीटर बढ़ी है। तो सब्जियों के दाम भी आसमान छू रहे हैं। पिछले एक साल में दूध के साथ घी की कीमतों में लगातार वृद्धि ने लोगों को खरीदारी कम करने के लिए मजबूर किया है। लगातार बढ़ रही महंगाई से आम लोगों की आक्रामकता भी बढ़ रही है। वर्तमान में सामान्य वेतन पर घर चलाने वाले व्यक्ति के वेतन में एक प्रतिशत भी वृद्धि नहीं हुई है और दूसरी ओर महंगाई लगातार बढ़ रही है। खाना पकाने के लिए उपयोग की जाने वाली सीएनजी गैस की खपत भी बढ़ रही है, जिससे औसत घर में बचत के लिए कोई जगह नहीं है। 
गर्मी का मौसम शुरू होते ही सब्जियों की आय में भारी गिरावट आई है। साधारण नींबू के दाम भी 200 रुपये प्रति किलो से अधिक हो रहे हैं जबकि अन्य सब्जियों के दाम 100 रुपये प्रति किलो तक जा रहे हैं। चार से पांच लोगों के परिवार वाले व्यक्तियों को अनिवार्य रूप से महंगी सब्जियां खरीदनी पड़ रही हैं। इसके अलावा मिर्च और मसालों के दाम भी 25 से 30 फीसदी तक बढ़ गए हैं। मूंगफली तेल के 3000 रुपये प्रति कैन, कपासिया तेल 2800 रुपये , पामोलिन तेल 2500 के आसपास,  सोयाबीन 2200 रुपये के आसपास मँडरा रहा है और गृहिणियाँ निकट भविष्य में बढ़ती कीमतों को लेकर चिंतित हैं। आम वर्ग हर तरफ से महंगाई से कुचला जा रहा है, दूसरी तरफ सरकार जनता का ध्यान विकास पर लगा रही है। कांग्रेस नेता और किसान नेता दर्शन नायक समेत कई नेता सरकार से असहनीय महंगाई पर लगाम लगाने की मांग कर रहे हैं। अगर सरकार ने महंगाई पर नियंत्रण नहीं किया तो लोग अंततः सड़कों पर उतरने को मजबूर होंगे, जो कि सरकार की जिम्मेदारी होगी ऐसी चेतावणी दर्शन नायक ने दी है। 
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