
सूरत : 18 लाख रुपये लूटने के आरोप में दो लुटेरे पकड़े गए
By Loktej
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आरोपियों ने लूट को अंजाम देने के बाद 18 लाख रुपये बराबर-बराबर बांटकर कर्ज चुकाया
चार दिन तक रेकी करने के बाद आरोपियों ने लूट को अंजाम दिया।
दो दिन पहले सूरत के खटोदरा यूनिक अस्पताल के पास कैनाल रोड पर दोपहर में एक व्यक्ति मोटरसाइकिल पर सवार 18 लाख रुपये का बैग छीनकर फरार हुआ था उसे पुलिस ने पकड लिया। क्राइम ब्रांच पुलिस ने आरोपी को पकड़ने में कामयाबी हासिल कर ली है। इतना ही नहीं पुलिस की जांच में सामने आया है कि कंपनी के एक कर्मचारी ने लूट की साजिश रची थी। पुलिस ने वारदात में प्रयुक्त बाइक और 6.57 लाख रुपये की नकदी जब्त कर आगे की जांच की जा रही है।
सूरत के पुलिस आयुक्त अजय तोमर ने कहा कि घटना के कुछ ही मिनटों के भीतर अपराध शाखा की अलग-अलग टीमों ने काम करना शुरू कर दिया। सूचना के आधार पर आरोपी दुष्यंत रजनीकांत पाठक (नि. रूपाली सोसायटी, उमा भवन रोड भटार रोड व नरेंद्र उर्फ विपुल रमेशभाई यादव (नि. प्लाट नं. 18/जनता नगर खटोदरा)) भटार ओवरब्रिज से उतरते हुए जोगास पार्क की ओर जा रहे थे जिन्हे सूचना के आधार पर हिरासत में लिया।
पुलिस द्वारा पूछताछ के दौरान आरोपी दुष्यंत पाठक ने कहा उसे पैसों की सख्त जरूरत थी। इसलिए वह अपने ही कार्यालय में डिस्ट्रीब्युटर नयनेश सादडीवाला जो हररोज ऑफिस की नगद राशि दोपहर के समय बैग में भरकर बेंक में जमा करने जाते है उसे रास्ते में लुटने की योजना बनाई थी।
दुष्यंत को यह भी पता था कि नयनेश दोपहर 3 से 3:30 बजे तक बैंक में कैश जमा करने के लिए जाता था। योजना के मुताबिक 15 तारीख की दोपहर को यूनिक अस्पताल के पास चलती बाइक से टक्कर मारकर 18 लाख भरा बैग लूट कर फरार हो गया। इसके बाद दोनों आरोपियों ने पैसे बांटे और दोनों अलग-अलग दिशाओं में भाग गए।
पुलिस पूछताछ में आरोपी ने यह भी स्वीकार किया कि उसने घटना को अंजाम देने के लिए चार दिन तक रेकी किया था। उसके बाद 15 मार्च को मौका मिलने पर युनिक अस्पताल के पास केनाल रोड पर लुट कर फरार हो गया और नवसारी के बोरियाच टोल नाके से आगे पेट्रोलपंप के पास बेगमें जो रुपये थे उसे दोनों ने दो हिस्सो में बांट लिया। अपने हिस्से में से 8000 रुपये उसने मोटरसाइकिल के मालिक विपुल जाधव को दे दिया। आरोपी ने पहले वादी से उधार ली गई लूट की रकम में से नौ हजार रुपए ट्रांसफर कर दिए थे और अपने बैंक खाते में 56 हजार रुपए जमा करा दिए थे। मंगलसूत्र गिरवी रखा था उसे छुडाने के लिए 35483 का भुगतान किया गया था। 16 हजार मुथूट फाइनेंस ने गोल्ड लोन का भुगतान किया। मां के खाते में 45 हजार ट्रांसफर किए गए। अपने दोस्त को 40 हजार उधार दिए। इस तरह कुल 2,82,483 रुपये खर्च किए गए।
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