सूरत-भरूच की चार छात्राओं का मोबाइल पर संपर्क टूट गया था, रोमानिया हवाई अड्डे पहुंचने की खबर मिली तब अभिभावकों की जान में जान आई!

सूरत-भरूच की चार छात्राओं का मोबाइल पर संपर्क टूट गया था, रोमानिया हवाई अड्डे पहुंचने की खबर मिली तब अभिभावकों की जान में जान आई!

रोमानिया हवाई अड्डे पर वतन वापसी की प्रतीक्षा करने वाले भारतियों की भीड़, चार्जिंग के लिए भी लंबी लाइन

रूस और युक्रेन के बीच आज सात दिन से भीषण युद्ध चल रहा है। ये लड़ाई दिन-बा दिन गंभीर रूप लेती जा रही है। इस बीच भारत के कई विद्यार्थी और नागरिक इस युद्ध क्षेत्र में फंस गये थे। भारत सरकार ऑपरेशन गंगा के तहत इन नागरिकों को युद्ध क्षेत्रों से निकालने में जुटी हुई है। इस दौरान सूरत के तीन छात्रों का अपने परिवार से संपर्क टूट गया था। परिवार वालों के साथ संपर्क टूटने के बाद बिना किसी संपर्क के यूक्रेन से रोमानिया की सीमा पर पहुंचे सूरत के तीन छात्रों समेत चार छात्रों की आज रोमानिया हवाईअड्डे से ऑपरेशन गंगा के तहत उनके माता-पिता के पास पहुंचा दिया गया। अपने बच्चों को सही सलामत पाकर परिवार वालों के जान में जान आई। हालांकि अभी भी 1,200 से अधिक भारतीय हवाई अड्डे पर घर वापस लौटने की प्रतीक्षा कर रहे हैं। ऐसे में माता-पिता की ओर से सरकार से और विमान भेजने की मांग बढ़ रही है।
आपको बता दें कि यूक्रेन पर रूसी आक्रमण के बाद, भारतीय नागरिक और यूक्रेन में रहने वाले छात्र पड़ोसी पोलैंड या रोमानिया की सीमा तक पहुँचने के लिए ट्रेन, बस या वाहन से यात्रा कर रहे हैं। इस दौरान सूरत से तीन और भरूच से एक छात्र का अपने माता-पिता से संपर्क टूट गया था।  अपने बच्चों से संपर्क ना कर पाने के कारण माता-पिता चिंतित थे। लेकिन आज जब छात्रों का फोन आया तो अभिभावकों को राहत मिली। चारों छात्र बॉर्डर कोर्स पूरा करने के बाद रोमानिया एयरपोर्ट पहुंचे। हालाँकि, रोमानिया हवाई अड्डे पर इस समय भारी भीड़भाड़ का सामना करना पड़ रहा है।
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बुखारेस्ट हवाई अड्डे पर अपनी उड़ानों का इंतजार कर रहे भारतीय छात्रों के साथ बातचीत की।
अभिभावकों के मुताबिक रोमानियाई एयरपोर्ट पर भी स्वदेश लौटने के लिए भारी भीड़ है। रोमानिया हवाई अड्डे पर 1200 से अधिक भारतीय छात्र और नागरिक विमान के आने का इंतजार कर रहे हैं। भारतीय दूतावास की ओर से सभी नाम लिखित में भेजने की व्यवस्था की जा रही है। लेकिन मौजूदा हालात को देखते हुए माता-पिता की ओर से भारतीयों को एयरलिफ्ट करने के लिए विमान भेजने की मांग बढ़ रही है।
बता दें कि यूक्रेन में युद्ध जारी है। जिससे हजारों किमी दूर घर लौटने का इंतजार कर रहे छात्रों को अभिभावक सांत्वना दे रहे हैं कि आपको कुछ नहीं होगा। अभिभावकों की बातें सुनकर विद्यार्थियों में जोश आ रहा है। रोमानियाई सीमा पर फंसे भारतीय सीमा औपचारिकता पूरा करने के बाद रोमानिया हवाई अड्डे पर पहुंच रहे थे, अधिकांश भारतीय नागरिकों और छात्रों का संपर्क टूट गया क्योंकि उनके मोबाइल फोन की बैटरी खत्म हो गई थी। ऐसे में मातृभूमि में माता-पिता परिवार के बारे में चिंतित थे, रोमानियाई हवाई अड्डे पर एक चार्जर सिस्टम था और हर मोबाइल फोन को चार्ज करने के लिए लंबी लाइनें चल रही थीं। सूत्रों के मुताबिक, चार्जर के लिए लॉबी लाइन्स हैं और पता चला है कि वे उतना ही चार्ज कर रहे हैं, जितना कम्युनिकेट कर सकते हैं।
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