सूरत : क्या राहुल गांधी की टिप्पणी से 'मोदी समाज' की बदनामी हुई? अदालत का फैसला 16 मार्च को

सूरत  : क्या राहुल गांधी की टिप्पणी से 'मोदी समाज' की बदनामी हुई? अदालत का फैसला 16 मार्च को

कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा कुछ महीनों पहले मोदी समाज के खिलाफ किए गए टिप्पणी के मामले में अदालत का फैसला 16 मार्च को आएगा। सूरत की कोर्ट में चल रहे इस मामले में पूर्णेश मोदी की और से वकील उपस्थित नहीं रहा था। जिसके चलते कोर्ट द्वारा मामले में दलील की सारी शक्यताओं को बंद करते हुये अब 16 मार्च को निर्णय देने का फैसला किया है। 
राहुल गांधी की और से की गई दलील में वकील पानवाला ने कहा कि मानहानि का मामला तभी बन सकता है, जब किसी समाज या व्यक्ति के खिलाफ इरादे से जान बूझकर उसे जलील करने के लिउए टिप्पणी कि गई हो। हालांकि इस केस में ऐसा कुछ है ही नहीं। राहुल गांधी द्वारा पूर्णेश मोदी के खिलाफ व्यक्तिगत आक्षेप नहीं लगाया गया है। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर उन्हें शिकायत करने का कोई हक नहीं है। दूसरा यह कि राहुल गांधी ने मोदी समाज के खिलाफ बोला था और मोदी समाज जैसा कोई समाज ही नहीं है। ऐसे में उन्हें फरियाद करने का कोई अधिकार ही नहीं बटना है। यह सब कुछ सिर्फ चुनाव के दौरान वोट हासिल करने के लिए ही किया गया था।
ऐसे में अब यह देखना दिलचस्प होगा की 16 तारीख को अदालत अपना क्या फैसला देती है। क्या इस मामले में राहुल गांधी को दोषी करार दिया जाएगा या नहीं और यदि वह दोषी पाये भी जाते है तो उन्हें क्या सजा मिलती है यह देखना भी काफी दिलचस्प होगा।
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