सूरत : चायवाले के नाम फर्जी बैंक एकाउंट खोल कर करोड़ों का लेन-देन करनेवाला एजंट पकड़ा गया

सूरत : चायवाले के नाम फर्जी बैंक एकाउंट खोल कर करोड़ों का लेन-देन करनेवाला एजंट पकड़ा गया

बैंक के एजंटों द्वारा ही की जा रही थी नकली एकाउंट में करोड़ों की हेरफेर

पिछले काफी समय से फर्जी एकाउंट की सहायता से टैक्स चोरी और अवैध पैसों के लेन-देने के मामले सामने आते रहे है। ऐसे ही कुछ मामलों में लोगों के फर्जी एकाउंट में करोड़ों का लेन-देन करनेवाला एजंट पुलिस के हत्थे चढ़ गया है। सूरत की क्राइम निवारण शाखा ने अड़ाजन महालक्ष्मी मंदिर के पास चाय की लारी चलाने वाले युवक के नाम पर इंडसइंड बैंक और ए यू स्मोल फायनांस बैंक में 1.5 करोड़ से भी अधिक के लेन-देने करनेवाले एजंट को हिरासत में लिया है।
विस्तृत जानकारी के अनुसार, महालक्ष्मी मंदिर के पास चाय के लारी चलाने वाले 30 वर्षीय जितेंद्रकुमार देवदत्त पांडे के आधार कार्ड और पानकार्ड की सहायता से बैंक के एजंट भावेश परेशभाई पेटिगरा और योगेश वेदप्रकाश तिवारी ने करोड़ों की लेन-देन की थी। घटना तब प्रकाश में आई जब 30 वर्षीय जितेंद्रकुमार अपनी इन्कमटैक्स रिटर्न फाइल करने गया। जहां सीए ने उसे बारे में जानकारी दी। इसके चलते जितेंद्र ने तुरंत ही शिकायत की।  
प्रतिकात्मक तस्वीर
जांच में सामने आया की इंडसइंड बैंक में काम करने वाले योगेश और ए यू स्मोल फायनांस बैंक में काम करने वाले परेश ने अन्य व्यक्ति की तस्वीर और मोबाइल नंबर देकर इस तरह की जालसाजी को अंजाम दिया था। पूरे मामला में क्राइम ब्रांच ने दोनों के खिलाफ केस दर्ज किया था। इसी बीच आर्थिक गुनाह निवारण शाखा ने इस मामले में परेश को हिरासत में लिया था।