सूरत : रेलवे ट्रैक पर मिला युवक, मुझे ऐसा इंजेक्शन दो कि मैं मर जाऊं, जानें क्या है माजरा

सूरत :  रेलवे ट्रैक पर मिला युवक, मुझे ऐसा इंजेक्शन दो कि मैं मर जाऊं, जानें क्या है माजरा

मुझे नहीं जीना है कहने वाले युवक की व्यथा ने डॉक्टरों को भी रुला दिया

ट्रेन के आगे कूदने पर युवक के हाथ की अंगुली कटी, पैर में गंभीर चोट
शहर में लिंबायत के एक युवक को गंभीर हालत में नीलगिरि रेलवे गेट पर ट्रेन के सामने कूदकर आत्महत्या का प्रयास करने के बाद इलाज के लिए सिविल लाया गया। मुझे ऐसा इंजेक्शन दो कि मैं मर जाऊं, बस मुझे मार डालो। साहेब सेठ मुझे पगार नहीं करते हैं,  मैं घर जाता हूं, तो मेरी पत्नी वेतन मांगती है। घर का भाड़ा देना भी बाकी है। मुझे नहीं जीना है कहने वाले श्रमजीवी की व्यथा ने डॉक्टरों को भीरिुला दिया।  परिजनों ने बताया कि घर से भागे विनोद का 3 घंटे की तलाशी के बाद भी पता नहीं चला और सुबह 4 बजे सिविल अस्पताल से फोन आया और पूरा परिवार भागने लगा। बचा लो, नहीं तो तीन बच्चों की परवरिश कौन करेगा।
पुलिस ने बताया कि घटना अहले सुबह 2:15 बजे हुई। उधना रेलवे स्टेशन से फोन आने के बाद टीम मौके पर पहुंची। गंभीर रूप से घायल युवक ट्रेन की चपेट में आने से ट्रैक पर गिर गया। लहूलुहान हालत में 108 की मदद से युवक को इलाज के लिए सिविल भेजा गया। 
डॉ. उमेश चौधरी (मेडिकल ऑफिसर, ट्रॉमा सेंटर सिविल) ने कहा कि गंभीर हालत में लाया गया युवक बस इतना कह रहा था कि मुझे मारने के लिए एक इंजेक्शन दे दो, मुझे मार दो, मैं जीना नहीं चाहता, सेठ पैसे नहीं देता, पर घर मैं जाऊं तो मेरी पत्नी को तनख्वाह चाहिए, मकान का किराया भी बकाया है। यह सुनकर बहुत दुख हुआ। ऐसा लग रहा था कि आर्थिक तंगी ने उसे आत्महत्या के प्रयास के लिए प्रेरित किया। हाथ की अंगुली कट गई और पैर में गंभीर चोट आई। इसे बचाने के लिए पैर का तुरंत ऑपरेशन करना पड़ा।
घायल के भाई बाल्मिकी ने कहा, "विनोद एक टेंपो ड्राइवर है।" वह वेतन पर तीन बच्चों, पत्नी और मां सहित अपने पूरे परिवार का भरण-पोषण कर रहा है। किराए के मकान में रहने के कारण किराया तो देना ही चाहिए।  एक माह से भुगतान नहीं होने के कारण किराया भी बकाया था। पत्नी घर चलाने के लिए पैसे की मांग करती है और झगड़ा हो जाता है। जिससे रात 10:30 बजे मैं आता हूं कहकर जाने के बाद विनोद वापस नहीं आया और रात्रि 3 बजे तक खोजबिन करने के बाद भी कोई पता नहीं चलने पर घर चले गये। सुबह 4 बजे अस्पताल से फोन आने के बाद पता चला तो वे अस्पताल दौड़े आये। विनोद बाबूलाल वैद्य उम-.30 (निवासी-लिंबायत छत्रपति शिवाजी नगर) की हालत गंभीर है।
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