सूरत : तीन दिवसीय सीटेक्स-2022 का उद्घाटन, देशी- विदेशी हेन्डलुम मशिने बनी आकर्षण का केन्द्र

सूरत : तीन दिवसीय सीटेक्स-2022 का उद्घाटन, देशी- विदेशी हेन्डलुम मशिने बनी आकर्षण का केन्द्र

चैंबर ऑफ कोमर्स कपड़ा अत्याधुनिक बुनाई परियोजनाओं की स्थापना के लिए बोडोलैंड में कपड़ा उद्योग के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करेगा

हीरा और कपड़ा उद्योग सूरत के लिए एक स्तंभ है और नवीनतम तकनीक से उद्योगों को परिचित कराने का सही तरीका प्रदर्शनी है: मंत्री दर्शना जरदोश
भारतीय उत्पादों की मांग को पूरा करने के लिए मनुष्य, मशीन और पैमाने के सही संयोजन की आवश्यकता है। इसलिए सीटेक्सप्रदर्शनी इस दिशा में समन्वय स्थापित करने में अहम भूमिका निभाएगी : आशीष गुजराती 
सूरत अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शनी और कन्वेंशन सेंटर, सरसाना में दक्षिण गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री द्वारा आयोजित तीन दिवसीय  'सीटेक्स-सूरत इंटरनेशनल टेक्सटाइल एक्सपो-2022' का आज शनिवार को भव्य उद्घाटन किया गया। प्रदर्शनी की शुरुआत कोविड -19 दिशानिर्देशों के सख्त पालन के साथ हुई। चेंबर द्वारा मास्क और हैंड सैनिटाइज़र प्रदान किए गए, सामाजिक दूरी का पालन किया जा रहा है। प्रदर्शनी केंद्र की 1/3 क्षमता के अनुसार पहले दिन बीटुबी खरीदारों को प्रदर्शनी में प्रवेश दिया गया।
शनिवार 8 जनवरी 2022 को केन्द्रीय कपडा एवं रेलवे मंत्री दर्शना जरदोष के हाथ सीटेक्स-2022 का उद्घआटन किया गया। जिसमें अतिथि के रुप में बोडालेन्ड टेरिटरी काऊन्सील , बोडोफा नगर , कोकराझार आसाम के चीफ एक्झीक्युटीव सदस्य प्रमोद बोरो , इटमा ग्रुप के जीएम समीर कुलकर्णी और स्ताऊबी इंडिया प्रा.लि. के एमडी सुरजित महाजन विशेष रूप से उपस्थित रहे। 
चेम्बर अध्यक्ष आशीष गुजराती ने सीटेक्स-2022 के उद्घाटन समारोह में उपस्थित सभी का स्वागत करते हुए कहा कि भारत निरंतर आर्थिक विकास का अनुभव कर रहा है और इससे भारतीय उपभोक्ताओं की मांग में बदलाव आ सकता है। भारत के लोग जनसांख्यिकीय परिवर्तन के दौर से गुजर रहे हैं। नतीजतन, घरेलू बाजार निकट भविष्य में 300 बिलियन डोलर से अधिक होने की उम्मीद है, जो वर्तमान में 140 बिलियन डोलर आंकी गई है। कोविड के बाद पूरी दुनिया ने चाइना प्लस वन पॉलिसी को अपनाया है। जिससे विश्व स्तर पर भारत में बने उत्पादों की मांग बहुत ही उच्च स्तर पर बढ़ रही है। उदाहरण के लिए, दुनिया भर के होटलों और अस्पतालों में चीन को मिलने वाले माइक्रो-पॉलिएस्टर बेडशीट के अधिकांश ऑर्डर अब सूरत में आ रहे हैं। इसलिए भारतीय उत्पादों की मांग तेजी से बढ़ रही है। इस स्थिति से निपटने के लिए आदमी, मशीन और पैमाने के सही मेल की जरूरत है। यह प्रदर्शनी इस दिशा में समन्वय स्थापित करने में अहम भूमिका निभाएगी। उन्होंने आगे कहा कि बोडोलैंड में कपड़ा बुनाई उद्योग में शामिल उद्योगपतियों के कौशल को उन्नत करने, प्रौद्योगिकी हस्तांतरण और अत्याधुनिक बुनाई परियोजनाओं की स्थापना के लिए चैंबर के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए जाएंगे। बोडोलैंड के उद्योगपति वर्तमान में केवल कपड़ा उत्पादन करते हैं। अतः चेम्बर के तत्वावधान में सूरत का कपड़ा उद्योग उन्हें रेडीमेड गारमेंट्स और अन्य वस्तुओं का उत्पादन कर मूल्य श्रृंखला में आगे बढ़ने में मदद करेगा।
कपड़ा और रेल राज्य मंत्री दर्शना जरदोश ने कहा कि जैसे-जैसे भारत एक बेहतर भारत बनने की ओर बढ़ रहा है, उद्योगों को भी विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनने के लिए नवीनतम तकनीक को अपनाने की जरूरत है। हीरा और कपड़ा उद्योग सूरत के लिए एक स्तंभ है और एक प्रदर्शनी उद्योग को प्रौद्योगिकी से परिचित कराने का एक शानदार तरीका है। चैंबर की सीटेएक्स प्रदर्शनी से कपड़ा उद्योग को विकास में योगदान देने में काफी फायदा होगा। आझादी के बाद वह दिसंबर 2021 में बोडोलैंड जाने वाले पहले मंत्री हैं। बोडोलैंड के हथकरघा क्षेत्र की विशेषज्ञता को देखते हुए, उन्होंने प्रमोद बोरो को दक्षिण गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री में शामिल होने का सुझाव दिया ताकि उन्हें प्रौद्योगिकी में अपग्रेड किया जा सके।
कपड़ा उद्योगकारो को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि जीएसटी का मुद्दा बातचीत से सुलझा लिया गया है और आगे भी सुलझा रहेगा। इसलिए उन्होंने विभिन्न कपड़ा संघों को बॉम्मई कमेटी के समक्ष देश भर से सुझाव प्रस्तुत करने का निर्देश दिया। उन्होंने पीएलआई योजना का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार द्वारा उद्योगों के लिए बनाई गई विभिन्न योजनाओं में उद्योगों को शामिल किया जाना चाहिए. उन्होंने केंद्रीय कपड़ा मंत्री पीयूष गोयल और हितधारकों के बीच हालिया बैठक पर भी चर्चा की।
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