सूरत : सास्कमा कॉलेज में एनएसयूआई के उपद्रव के विरोध में एबीवीपी का प्रदर्शन

छात्र संगठन आमने-सामने आ गए

 सूरत शहर के सास्कमा कॉलेज में गत 6 दिसंबर को डॉ. बाबा साहब अंबेडकर की पुण्यतिथि के अवसर पर सामाजिक समरसता विषय पर 15 मिनट की वार्ता का आयोजन किया गया था। इसके बाद  24 दिसंबर को एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने सास्कामा कॉलेज घुस आये और पूछने लगे कि चिंतन मोदी कौन हैं,  कहाँ हैं। इतना ही  नहीं उनके  खिलाफ नारेबाजी करने लगे और कॉलेज के अंदर ऐसा कार्यक्रम क्यों आयोजित किया गया। इस तरह के नारों का विरोध किया गया।
सास्कमा कॉलेज के पूर्व जी.एस. एवं  एनएसयूआई कार्यकर्ता कुणाल शाह, कैंपस अध्यक्ष नील शाह और मयूर धाणेकर ने कहा कि कॉलेज के भीतर डॉ. भीमराव अंबेडकर के नाम पर इस तरह एबीवीपी द्वारा आयोजित ऐसे कार्यक्रम में  भाषण देने के लिए चिंतन मोदी माफी मांगे।  इतनी बेवजह मांग के साथ कार्यक्रम में खेस पहनकर भाषण देने के लिए चिंतन मोदी को धमकी दी गई, और एनएसयूआई द्वारा सोशल मीडिया पर तस्वीरें पोस्ट की गईं कि प्रोफेसर वर्तमान कक्षा में छात्रों को खेस पहनकर पढ़ा रहे हैं। ये आरोप एनएसयूआई ने लगाए थे।
एबीवीपी सूरत शहर के सह मंत्री प्रियांक ने कहा कि नेहरू भी बाबासाहेब के विरोधी थे और नेहरूवादी भी बाबा साहब के खिलाफ हैं। उन्होंने यह साबित कर दिया है। डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर की पुण्यतिथि के अवसर पर परिसर में इस तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाने चाहिए। लेकिन इस तरह के कार्यक्रमों का एनएसयूआई ने विरोध किया और एनएसयूआई ने कॉलेज परिसर में जातिवाद का माहौल बना दिया। इस घटना को देखते हुए एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने सास्कमा  कॉलेज के बाहर एनएसयूआई की पूतला जलाने का कार्यक्रम किया।
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