सूरत : कोरोनाकाल में लैबग्रोन डायमंड के निर्यात में 45 प्रतिशत बढ़ोत्तरी

सूरत : कोरोनाकाल में लैबग्रोन डायमंड के निर्यात में 45 प्रतिशत बढ़ोत्तरी

2019 में 155 करोड़ रुपये का निर्यात 2021 में बढक़र 640 करोड़ रुपये पर पहुंचा

पिछले दो साल दौश्रान कोरोना काल में सबसे ज्यादा कामकाज लैब ग्रोन डायमंड में हुआ है। दरअसल कोरोना के दौर का फायदा लैब उत्पादक हीरा उत्पादकों को मिला है। हीरा उद्योग उत्पादन में सबसे अधिक वृद्धि के साथ निर्यात में आगे है। देश के लैब ग्रोन डायमंड का एक्सपोर्ट दो साल में 450 प्रतिशत बढ़ा है।
वास्तव में स्थानीय हीरा उद्यमियों ने लैब ग्रोन डायमंड के उत्पादन में कदम जमा लिए है। सूरत में लगभग 125 मेन्युफेक्चर्स हैं। और जितना उत्पादन होता है इसका अधिकांश निर्यात किया जा रहा है। लैबग्रोन डायमंड का निर्यात पिछले नवंबर 2019 में 155 करोड़ था, जो 2021 में बढक़र 640 करोड़ रूपये तक पहुंच गया है।
लैब ग्रोन डायमंड का सबसे ज्यादा निर्यात अमेरिका में हो रहा है। सूरत में जितना भी उत्पादन होता है सभी का निर्यात उद्योगपतियों द्वारा किया जा रहा है। जेम एंड ज्वैलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल के गुजरात रीजन के दिनेश नावडिया ने कहा कि लैबग्रोन डायमंड मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्रीज ने कोरोना काल में सबसे ज्यादा ग्रोथ किया है।
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