सूरत : सरथाना नेचर पार्क के पीछे तापी नदी तट पर चल रहे अवैध खनन पर पुलिस का छापा
By Loktej
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भूस्तर विभाग के एक अधिकारी ने कहा, "हमें पहले शिकायत मिली थी, लेकिन मौके पर कुछ भी नहीं मिला
सूरत में तापी नदी में रेत चोर भले ही खुलेआम लूट मचा रहे हैं, बावजूद इसके भूगर्भ विभाग के अधिकारी गहरी नींद में हैं। भूस्तर विभाग ने जिस प्रकार कार्यवाही करना चाहिए, वह नहीं कर रहा है। इसके कारण तापी नदी से खुलेआम अवैध रेत चोरी की घटना सामने आ रही है। सरथाणा नेचर पार्क के पीछे खुलेआम रेती खनन होने की घटना सामने आने के बाद सरथाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घटना की जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने भूगर्भ विभाग के अधिकारियों को सूचना दी।
सूरत के तापी तट पर हर महीने लाखों रुपये मूल्य की रेत का अवैध खनन हो रहा है। भूस्तर विभाग द्वारा जिन नियमों का पालन किया जाना चाहिए, उनका पालन नहीं हो रहा है और इसके कारण तापी नदी से यांत्रिक बोट से बालू चोरी की कई घटनाएं सामने आ रही हैं। सरथाना नेचर पार्क के पास यांत्रिक नाव से भारी मात्रा में रेत चोरी हो रही है। पुलिस मौके पर पहुंची तो पुलिस ने भूविज्ञान एवं दमकल विभाग की टीम को सूचना दी। रेत खनन माफिया तापी नदी के बीच में यांत्रिक नावें लगाते हैं और रात में अंधेरे में रेत खनन के अपने तौर-तरीकों के अनुसार अवैध रेत खनन करते हैं।
भूस्तर विभाग को शिकायतें मिली हैं कि सूरत शहर और जिले में तापी नदी के किनारे से करोड़ों रुपये की रेत चोरी हो रही है, लेकिन आश्चर्य की बात यह है कि जब भी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण दल प्राप्त जानकारी के अनुसार साइट पर आता है, तो रेत खनन माफिया गिरफ्तार नहीं होते हैं यानी उनके द्वारा नहीं पकड़े जाते। सरथाना नेचर पार्क के पीछे भी ऐसी ही शिकायतें मिलीं लेकिन भूस्तर विभाग की टीम ने कोई गंभीर कार्रवाई नहीं की। इतना ही नहीं सूरत के पाल इलाके भाठा के अंदर भी बालू खनन चल रहा है लेकिन भूविज्ञान विभाग की आंखें नहीं खुल रही हैं।
भूविज्ञान विभाग की एक अधिकारी सुनीता अरोड़ा से बातचीत के मुताबिक उन्होंने कहा कि वह आज गांधीनगर में हैं। उन्होंने जानकारी के आधार पर जांच की है कि सरथाना नेचर पार्क के पीछे रेत का खनन किया जा रहा है। जब उनसे पूछा गया कि यहां रेत का खनन होता है तो क्या आपको पहले शिकायत मिली थी? उन्होंने कहा, "हां, हमें इसके बारे में कई बार शिकायतें मिली हैं। जब हमने अपनी टीम के साथ जांच की, तो हमें कोई सबूत नहीं मिला और कोई स्पष्टीकरण नहीं था कि क्या अवैध रेत खनन हो रहा है।"
आपको कितनी बार शिकायत मिली और आप कितनी बार वहां मौके की जांच के लिए गए? सुनीता अरोड़ा ने कहा, "हमें कई बार शिकायतें मिली हैं लेकिन एक बार हम वहां साइट निरीक्षण के लिए गए लेकिन हमने आगे कोई रेत खनन नहीं देखा।" क्या आप नेचर पार्क के साथ-साथ भाठा और पाल क्षेत्र में रेत खनन के बारे में जानते हैं या आपको इस संबंध में कोई शिकायत मिली है? सुनीता अरोड़ा ने जवाब दिया कि मैं आपको इसके बारे में बाद में बताऊंगा। मैं अभी गांधीनगर में कार्यालय में हूं।
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