सूरत : वित्तमंत्री को व्यापारियों की जीएसटी चोरी की तरकीब से करवाया अवगत

सूरत : वित्तमंत्री को व्यापारियों की जीएसटी चोरी की तरकीब से करवाया अवगत

जीएसटी दरों में बढ़ोत्तरी से एम्ब्रोयडरी और वर्क का कच्चा काम डायरी पर फिर से शुरू होगा

टेक्सटाइल के लिए जीएसटी के दर 5 फीसदी से बढ़ाकर 12 फीसदी किए जाने पर क्या होगा? ऐसा सवाल वित्त मंत्री द्वारा किए जाने पर एम्ब्रोयडरी एसोसिएशन के प्रतिनिधियों ने साफ कहा कि 12 प्रतिशत होने पर साडिय़ों में छोटा-बड़ा वर्क करने वाले कई महिला, एम्ब्रोयडरी कारखानदार और श्रमिकों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा। 
टेक्सटाइल उद्योग में चल रहे नीति नियमों के बारे में बताया कि 1 हजार रूपये कीमत के अंदर की चीज हो तो 5 प्रतिशत और 1 हजार से ज्यादा की चीज हो तो जीएसटी 12 प्रतिशत लागू की जाती थी। लेकिन व्यापारी घाघरा चनिया के अलग-अलग बिल बनाकर 5 प्रतिशत वसूलते थे। 1 हजार से ज्यादा की चीज पर 12 प्रतिशत के बजाय 5 प्रतिशत वसूलकर 7 प्रतिशत की चोरी करता था। लेकिन 5 प्रतिशत बढ़ाकर 12 प्रतिशत करने के निर्णय के कारण एम्ब्रोयडरी और वर्क का कच्चे का काम डायरी पर जिस तरह चलता था, उसी तरह फिर से शुरू हो जाएगा।
 इसके कारण एम्ब्रोयडरी उद्योग के साथ जुड़े हजारों महिला और कारीगर पर इसका सीधा असर पड़ेगा। सूरत के कपड़ा उद्योग का सफाई सहित वर्क का काम बड़ी संख्या में सौराष्ट्र के गांवों में भी भेजा जाता है।  एम्ब्रोयडरी एसोसिएशन के करूणेश राणपरिया ने कहा कि कपड़ा बाजार में कच्चे का काम बढऩे के कारण जो व्यापारी चेटिंग करने बैठा है, अगर वह उठ जाता है तो उसके खिलाफ केस करने के लिए कोई सबूत भी नहीं मिलेगा और कारखानदार शिकायत भी नहीं कर सकेगा। फिलहाल 5 प्रतिशत जीएसटी को यथावत रखा जाए वह सभी के लिए अच्छा रहेगा।
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