सूरत : व्यापारियों ने ग्रे खरीदी रोकने के बाद वीविंग में कामकाज 40 फीसदी घटा

1 जनवरी से जीएसटी दरों में बदलाव होने से रनिंग ऑर्डर लिए जा रहे हैं , फिलहाल कोई नया कामकाज नहीं

कपड़ा बाजार में जीएसटी दरों में बढ़ोत्तरी का विरोध किया जा रहा है। जीएसटी दरों में बढ़ोत्तरी से कपड़ा उद्योग पर गहरा असर होने और बेरोजगारी बढऩे की चिंता व्यक्त की जा रही है। जीएसटी दरों का असर कपड़ा से जुड़ी सभी चीजों पर होगा। इसका असर अभी से देखने लगा है, क्योंकि 1 जनवरी से जीएसटी दरों में बदलाव हो रहा है, इसलिए व्यापारियों ने एहतियात के तौर पर पर्याप्त ग्रे खरीदना बंद कर दिया है। इसका असर ग्रे उत्पादन पर पड़ा है। उत्पादन में 40 फीसदी की गिरावट आयी है।
विविग उद्योग के अधिकांश क्षेत्रों में दो शिफ्ट चलती हैं। लेकिन कुछ क्षेत्रों में एक शिफ्ट चल रही है। जीएसटी दर में बदलाव का आने वाले दिनों में क्या असर होगा? इसे ध्यान में रखते हुए अभी व्यापारी कुछ नया करने के मूड में नहीं हैं। पुराने सौदे और पुराने भाव के फिलहाल कामकाज धीरे धीरे चल रहा है। रनिंग आर्डर लिए जा रहे है। लेकिन अभी कोई नया कामकाज नहीं है। मौजूदा हालात को देखते हुए दिसंबर माह इसी तरह निकलने की संभावना कारखानदारों ने व्यक्त की है।
वीविंग उद्योग कारीगरों की कमी से भी जूझ रहा है। कारीगरों की 30 प्रतिशत कमी होने का अनुमान है। कमी के कारण ग्रे उत्पादन कुछ हद तक संतुलित है। ग्रे उत्पादन में गिरावट के कारण इकाइयों की स्टॉक करने की क्षमता कुछ हद तक सीमित हो गई है।
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