
सूरत : संगिनी बिल्डर-अरिहंत ज्वैलर्स के यहां से 300 करोड़ का बेनामी नकद लेनदेन मिला?
By Loktej
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650 करोड़ की शंकास्पद एन्ट्री- रिसिप्ट, 4 करोड़ रूपये नकद, 3 करोड़ की ज्वेलरी सिज्ड
सूरत इनकम टैक्स इन्वेस्टिगेशन विंग की सर्च में संगीनी के बिल्डर-अरिहंत ज्वैलर्स और बिजनेस पार्टनर्स के यहां से 300 करोड़ रुपये के नकद लेनदेन का पता चला। प्रारंभिक चरण में कुल 650 करोड़ रुपये की रसीदें संदिग्ध मिली हैं। इसलिए बेनामी आय का आंकड़ा बड़ा होने की संभावना है। पांच दिनों की जांच के दौरान अधिकारियों ने 4 करोड़ रुपये नकद और 3 करोड़ रुपये के ज्वेलरी सिज्ड की है। जबकि 12 से ज्यादा बंक लॉकर सील की है।
स्थानीय वर्तमानपत्र गुजरात समाचार की एक रिपोर्ट के अनुसार, 3 दिसंबर को सूरत और अहमदाबाद आयकर विभाग के 70 से अधिक अधिकारियों के काफिले ने मुख्य रूप से संगिनी बिल्डर्स, अरिहंत ज्वैलर्स और अन्य व्यापारिक भागीदारों द्वारा सूरत-मुंबई के कुल 40 स्थानों पर सर्च ऑपरेशन किया। जिसमें बिल्डर्स- ज्वेलर्स ग्रुप के साथ जुड़े व्यवसायिक रूप से जुड़े होमलैंड ग्रुप के नरेंद्र गर्ग, फाइनेंसर अशेष दोशी, किरण संघवी और महेंद्र चंपक के आवास और व्यावसायिक स्थानों को सर्च के दायरे में लिया गया था।
साझेदारों के बेनामी नकद लेनदेन के सबूत, नकद में दिखाई गई फर्जी आवास लोन एन्ट्रीज और अस्पष्ट नकदी खर्च बिना के व्यवहार शामिल है। जिनके सर्च ऑपरेशन दौरान जांच किए जाने से 200 करोड़ से ज्यादा की रकम रियल एस्टेट के निवेश और 100 करोड़ से ज्यादा के लोन के लेनदेन मिले मिले है।
अधिकारियों की टीम ने बड़ी संख्या में आपत्तिजनक हिसाबी दस्तावेज, डिजिटल सबूत और समानांतर हिसाब रजिस्ट्रर को जब्त कर वेरिफिकेशन किया। अधिकांश संगठनों के खाते कोड में लिखे गए थे। अधिकारियों की टीम को डीकोड करने में सफलता मिली है। शुरूआती जांच दौरान फ्लैट और जमीन के बिक्री संबंधित करीबन 300 करोड़ से भी ज्यादा बेनामी रकम के नकद रसीदों के लेनदेन मिले है। जिन्हें नियमित हिसाबी खाते में दर्शाया नहीं गया है।
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